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प्रदेश में चल रही पटवारी और लेखपालों की हड़ताल समाप्त, लोगों ने ली राहत की सांस

उत्तराखंड में बीते 6 महीने से चल रही लेखपाल और पटवारियों की हड़ताल खत्म हो गई है. हड़ताल के खत्म होते ही नैनीताल हाईकोर्ट में हड़ताल के खिलाफ दायर जनहित याचिका को भी मुख्य न्यायाधीश रमेश रंगनाथन और न्यायाधीश आलोक कुमार वर्मा की खंडपीठ ने निस्तारित कर दिया है.

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Published : Jun 24, 2019, 10:53 PM IST

nainital high court

नैनीतालःप्रदेश में बीते 6 महीने से चल रही लेखपाल और पटवारियों की हड़ताल खत्म हो गई है. हाई कोर्ट ने हड़ताल के खिलाफ दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए इसे निस्तारित कर दिया. मुख्य न्यायाधीश रमेश रंगनाथन और न्यायाधीश आलोक कुमार वर्मा की खंडपीठ ने इसे निस्तारित किया है.


बता दें कि देहरादून के विकासनगर निवासी अब्बास हुसैन ने नैनीताल हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की थी. जिसमें उन्होंने कहा था कि प्रदेश में पटवारी और लेखपालों की बीते 6 महीनों से हड़ताल चल रही है. जिसके कारण तहसील स्तर पर कई कार्य प्रभावित हो रहे हैं. साथ ही कहा कि हड़ताल की वजह से लोग समाज कल्याण विभाग से सरकारी योजनाओं से संबंधित आय, जाति समेत अन्य प्रमाण पत्र नहीं बनवा पा रहे हैं.

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याचिकाकर्ता ने बताया कि हड़ताल होने से अन्य कार्यों में लेखपालों की आख्या नहीं लग पा रही है. बिना लेखपाल की आंख्या के छात्र-छात्राओं के प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहे हैं. इतना ही नहीं प्रदेश में भूमि की खरीद-फरोख्त पर भी दाखिल खारिज हो रही है. जिस पर याचिकाकर्ता ने कोर्ट से पटवारी और लेखपालों की हड़ताल को जल्द से जल्द खत्म कराने की मांग की थी. साथ ही याचिकाकर्ता का कहना था कि जब तक हड़ताल खत्म नहीं होती है, तब तक सरकार छात्र-छात्राओं के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करें.


इसी कड़ी में सोमवार को मुख्य न्यायाधीश रमेश रंगनाथन और न्यायाधीश आलोक कुमार वर्मा की खंडपीठ ने मामले पर सुनवाई करते हुए पटवारी और लेखपालों की हड़ताल के खिलाफ याचिका को निस्तारित कर दिया है. शासकीय अधिवक्ता ने हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की खंडपीठ को बताया कि करीब 6 महीने बाद पटवारी और लेखपालों की हड़ताल खत्म हो गई है. जिसके बाद कोर्ट ने याचिका को निस्तारित कर दिया है.

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