रामनगरःउत्तराखंड में बारिश ने भारी तबाही मचाई है. सबसे ज्यादा आसमानी आफत नैनीताल जिले में बरसी है. अभी भी रामनगर के चुकुम गांव में 50 से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं. लोगों की फंसे होने की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन हरकत में आया और तत्काल चॉपर के जरिए राहत सामग्री पहुंचाई.
दरअसल, आज जैसे ही पता लगा कि रामनगर से 25 किलोमीटर दूर चुकुम गांव में 2 दर्जन से अधिक परिवार फंसे हुए हैं. जिसमें 50 से 60 ग्रामीण हैं. यह जानकारी मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में एक हेलीकॉप्टर से राहत सामग्री पहुंचाई गई. रामनगर विधायक दीवान सिंह बिष्ट भी चुकुम गांव के कोसी नदी के दूसरे छोर पर पहुंचे. जहां उन्होंने स्थिति का जायजा लिया.
चुकुम के लोगों को हेलीकॉप्टर से राहत ये भी पढ़ेंःकोसी में बह गए चुकुम गांव के 2 दर्जन घर, 50 जिंदगियां जंगल में फंसी
ग्रामीणों की विस्थापन की मांग नहीं हुई पूरीःवहीं, हल्द्वानी से एक हेलीकॉप्टर से खाद्य सामग्री मंगवाई गई और चुकुम गांव पहुंचाई गई. प्रशासन का दावा है कि राफ्टिंग के जरिए मदद पहुंचाई जा रही है. बरहाल ग्रामीण अभी भी फंसे हुए हैं. चुकुम गांव के लोग कई दशकों से विस्थापन की मांग कर रहे हैं, लेकिन आज तक उनकी मांग पूरी नहीं हो पाई है.
वहीं, स्थानीय विधायक दीवान सिंह बिष्ट का कहना है कि चुकुम गांव के विस्थापन की मांग प्रदेश सरकार से करेंगे. ग्रामीणों का यहां से विस्थापन होना एक गंभीर समस्या बन गया है. क्योंकि, कई घर बह चुके हैं. उन्होंने कहा कि जहां ग्रामीणों के घर थे, आज वहां नदी बह रही है. उनका कहना है कि गांव का विस्थापन होना चाहिए. ऐसे में सरकार से बात कर जल्द से जल्द गांव को विस्थापित करने का प्रयास किया जाएगा.
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बता दें कि नैनीताल के रामनगर के चुकुम गांव में कोसी नदी ने कहर बरपाया है. कोसी नदी का बहाव गांव के बीचों-बीच आने से गांव के दो दर्जन से ज्यादा घर और कई नाली कृषि जमीन बह गई. किसी तरह गांव वासियों ने भागकर अपनी जान बचाई. ग्रामीणों ने पूरी रात जंगल में गुजारी. अभी भी 50 से ज्यादा जिंदगियां जंगल में फंसी हुई हैं.
ईटीवी भारत की टीम भी सुबह से ही कोसी बाढ़ प्रभावित इलाके में है. हमारी टीम ने वहां सुबह से चल रहे राहत कार्यों का जायजा लिया. पहले प्रशासन ने राफ्ट से नदी के पार फंसे ग्रामीणों के लिए राहत सामग्री पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन नदी के तेज बहाव के कारण ये संभव नहीं हो पाया. दोपहर बाद जब स्थानीय विधायक दीवान सिंह बिष्ट घटनास्थल पर पहुंचे तो फिर हेलीकॉप्टर से भी राहत सामग्री पहुंचाई गई. कोसी नदी अभी भी उफान पर है. जिस जगह गांव प्रभावित हुआ है वहां नदी का बहाव काफी तेज है.