हल्द्वानी:कहते हैं आवश्यकता आविष्कार की जननी है. हल्द्वानी के एक गोलगप्पे वाले के ठेले को देखकर भी यही लगा. इस गोलगप्पे वाले ने स्मार्ट ठेला बनाया है. यहां पर जब लोग गोलगप्पे या पानी पूरी या पानी बताशे या कहें फुचके खाने आते हैं तो ठेले वाला उन्हें अपने हाथों से भिगाकर गोलगप्पे में पानी भरकर नहीं देता. इस गोलगप्पे वाले ने स्मार्ट सेंसर वाला सिस्टम लगा रखा है. गोलगप्पे हाथ में लो और सेंसर वाले नल के नीचे लगाओ. अपनी इच्छा अनुसार साफ-सुथरा गोलगप्पे का पानी भरकर खा जाओ.
कोरोना ने बदल दिया सिस्टम
कोरोना संक्रमण काल में जहां लोगों को हजारों दिक्कतों का सामना करना पड़ा है, वहीं खाने-पीने के शौकीन कोरोना संक्रमण के डर के चलते बाहरी खाना-पीना कम कर चुके हैं. हल्द्वानी के माहेश्वरी चाट भंडार के स्वामी हरीश महेश्वरी ने एक हाईटेक ठेला तैयार किया है. यहां गोलगप्पा खाने के दौरान मसालेदार पानी हाथ से नहीं डाला जा रहा है. बल्कि सेंसर युक्त सिस्टम के माध्यम से गोलगप्पे में पानी डाला जा रहा है. कोरोना संक्रमण के मद्देनजर गोलगप्पा खाने से बचने वाले लोग अब चाव से गोलगप्पे खा रहे हैं.
आमतौर पर आपने गोलगप्पा खाने के दौरान दुकानदार द्वारा हाथों से गोलगप्पे में पानी डालते देखा होगा. ऐसे में कई बार लोग गोलगप्पा खाने से बचते थे. लेकिन हरीश महेश्वरी ने कोविड-19 काल में लोगों की आवश्यकता को देखते हुए अपने ठेले को हाईटेक बनाया है.