हल्द्वानी:साल 2018 की 28 नवंबर को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 100 बेड वाले महिला अस्पताल का उद्घाटन किया था, लेकिन अस्पताल में न तो बुनियादी सुविधाएं हैं और ना ही डॉक्टर. वहीं, जो डॉक्टर हैं वो अक्सर छुट्टी पर ही रहते हैं, जिसके चलते मरीजों को ओपीडी में घंटों लाइन में खड़ा रहना पड़ता है.
बता दें कि 16 करोड़ रुपये लागत से 100 बेड वह ये छह मंजिला महिला अस्पताल बनाया गया था. लेकिन उद्घाटन के बाद से ही इस अस्पताल में मात्र 30 बेड ही हैं. साथ ही यहां डॉक्टरों के अलावा मूलभूत सुविधाओं का भी टोटा है. ऐसे में इस अस्पताल में इलाज के लिए आने वाली महिलाओं को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, मुख्य चिकित्साधिकारी भारती राणा ने बताया कि इस अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ, नर्स, पैथोलॉजिस्ट सहित करीब 33 पद खाली हैं. ऐसे में मात्र 10 कर्मियों के सहारे ही अस्पताल का काम चल रहा है.
महिला अस्पताल में सुविधाओं का टोटा, इधर-उधर भटकने को मजबूर मरीज
हल्द्वानी में मुख्यमंत्री ने 28 नवंबर 2018 को महिला अस्पताल का उद्घाटन किया गया था. वर्तमान में इस अस्पताल में मूलभूत सुविधाएं का अभाव होने के कारण मरीजों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
महिला अस्पताल में सुविधाओं का टोटा
ये भी पढ़ें: शराब के नशे में टल्ली रहते हैं मास्साब, 10वीं फेल पत्नी लेती है क्लास
वहीं, पूरे मामले में मुख्य चिकित्साधिकारी का कहना है कि जरूरत के अनुसार अस्पताल में 6 डॉक्टर वर्तमान में तैनात हैं. इसके अलावा जो पद रिक्त हैं इसके लिए प्रशासन को अवगत करा दिया गया है. ऐसे में जल्द ही अन्य डॉक्टरों की नियुक्ति भी कर दी जाएगी.
Last Updated : Nov 15, 2019, 11:04 PM IST