हल्द्वानी: बढ़ती ठंड के बीच तापमान में लगातार गिरावट देखी जा रही है. हल्द्वानी में तापमान 2 डिग्री सेल्सियस के नीचे पहुंच गया है, ऐसे में कड़ाके की सर्दी से भगवान भी अछूते नहीं हैं. हल्द्वानी के सत्यनारायण मंदिर में इन दिनों भगवान को गर्म वस्त्र धारण कराए जा रहे हैं. साथ ही मंदिर के भगवान को रोजाना गुनगुने पानी से स्नान कराया जा रहा है, जिससे कि भगवान भी ठंड से बच सकें. शास्त्रों के अनुसार मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बाद उसमें भगवान का वास हो जाता है. ऐसे में मंदिर के पुजारी भगवान को भी इस ठंड से बचाने के लिए रोजाना गर्म वस्त्र धारण करा रहे हैं. जिससे कि भगवान को ठंड से बचाया जा सके.
यहां गुनगुने पानी से कराया जाता है भगवान को स्नान, जानिए इसके पीछे की रोचक कहानी - satyanarayan temple of haldwani
उत्तराखंड में ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. एक ओर जहां ठंड से ठिठुरे लोग रजाई- कंबल में दुबके हुए हैं. वहीं दूसरी ओर अब भगवान को भी ठंड लगने लगी है. आईये जानें आखिर भगवान को इस हाड़ कंपा देने वाली ठंड से कैसे बचाया जा रहा है.
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शहर के सबसे प्राचीन सत्यनारायण मंदिर में सत्यनारायण भगवान, राम-लक्ष्मण और सीता, हनुमान, मां दुर्गा और राधा कृष्ण सहित कई भगवानों की मूर्तियां हैं. मंदिर के पुजारी शिखर चंद जोशी के मुताबिक मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा के बाद उसमें भगवान का वास माना जाता है. जिस तरह से शीतकाल में आम आदमी को ठंड महसूस होती है. उसी तरह भगवान को भी ठंड का एहसास होता है. जिसको देखते हुए मंदिर में रोजाना सुबह भगवान के जलाभिषेक के दौरान गुनगुने पानी का प्रयोग किया जाता है. इसके अलावा भगवान को ऊनी वस्त्र धारण कराया जाता है, यही नहीं भगवान के पारंपरिक वस्त्र के रंग के अनुसार उनको शॉल भी पहनाया जाता है.
साथ ही अधिक ठंड होने की स्थिति में मंदिर में भगवान के आगे हीटर भी लगाया जाता है, जिससे कि भगवान को ठंड का एहसास न हो . वहीं, गर्मी के दिन में अधिक गर्मी के दौरान भगवान के लिए अतिरिक्त पंखे की व्यवस्था भी की जाती है, जिससे कि भगवान को अधिक ठंड और गर्मी का भी एहसास न हो सके.