रुद्रपुर/रामनगर:विश्व की चार बड़ी समस्याओं पर 18 देशों के 51 डेलीगेट्स ने उत्तराखंड के रामनगर में तीन दिनों तक मंथन किया. 28 मार्च से शुरू हुए सम्मेलन के अंतिम दिन आज डेलीगेट्स ने सुबह कॉर्बेट पार्क में जंगल सफारी कर प्रकृति का आनंद लिया. इसके बाद कड़ी सुरक्षा के बीच मेहमानों को पंतनगर एयरपोर्ट लाया गया. शाम लगभग पांच बजे सभी डेलीगेट्स दिल्ली के लिए रवाना हुए.
गौर हो कि, नैनीताल जिले के रामनगर में तीन दिनों तक चले जी20 सम्मेलन का आज यानी 30 मार्च को समापन हो गया है. समिट संपन्न होने के बाद सुरक्षा के बीच विदेशी मेहमानों सहित भारतीय डेलीगेट्स को पंतनगर एयरपोर्ट लाया गया. एयरपोर्ट पहुंचने पर डेलीगेट्स का स्थानीय कलाकारों ने ढोल दमाऊ और छोलिया नृत्य कर स्वागत किया. इस दौरान राज्य सरकार और प्रशासन की सारी व्यवस्थाओं से डेलीगेट्स काफी खुश नजर आए. सूक्ष्म जलपान के बाद शाम पांच बजे सभी डेलीगेट्स स्पाइस जेट के विमान से दिल्ली के लिए रवाना हुए.
G20 बैठक के सफल संचालन के बाद रवाना होते विदेशी मेहमान. उत्तराखंड में जी20 सम्मेलन आयोजित होने से डेलीगेट्स को देवभूमि की संस्कृति और परंपरा से रूबरू होने का मौका मिला. वहीं, उत्तराखंड भी विश्व मानचित्र पर अपनी नई पहचान बनाने में सफल रहा. सुबह जी 20 डेलीगेट्स ने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के बिजरानी पर्यटन जोन में भ्रमण किया. जहां उन्होंने वनों और वन्यजीवों के संरक्षण को लेकर कॉर्बेट प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्था और प्रदर्शनी के माध्यम से भी कई चीजों से रूबरू हुए.
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बता दें 28 से 30 मार्च को रामनगर के ताज रिजॉर्ट में जी20 समिट का आयोजन किया गया था. भारत समेत 18 देशों के 51 डेलीगेट्स ने जी20 समिट के तहत गोलमेज बैठक में प्रतिभाग किया था. प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रतिनिधियों ने तीन दिनों तक वर्तमान में आई वैश्विक महामारी सहित चार बिंदुओं पर चर्चा की. राउंड टेबल बैठक में बेहतर रोग नियंत्रण के साथ ही और महामारी की सही तैयारी के लिए ‘वन हेल्थ’ में अवसर पर चर्चा की गई. इसके साथ ही विज्ञान और प्रौद्योगिकी की पहुंच पर भी चर्चा हुई. बैठक में इस बात पर भी चर्चा की गई कि वैश्विक विज्ञान और प्रौद्योगिकी नीति संवाद के लिए एक संस्थागत व्यवस्था की जरूरत है. वहीं, ये भी चर्चा का मुद्दा रहा कि विशिष्ट वैज्ञानिक ज्ञान तक पहुंच का विस्तार बढ़ाने के लिए किस तरह वैश्विक स्तर पर प्रयास किये जाएं.
कॉन्फ्रेंस के बाद प्रोफेसर अजय कुमार सूद की सभी वैज्ञानिकों के साथ ब्रीफिंग भी हुई. इसके बाद बीते दिन सीएम धामी ने सभी विदेशी डेलीगेट्स से मुलाकात की. साथ ही रात्रिभोज में भी शामिल हुए. बता दें कि डेलीगेट्स कॉर्बेट प्रशासन के साथ ही पूरे जिले और प्रदेश के प्रशासन की सारी व्यवस्थाओं से काफी खुश नजर आए. साथ ही उन्हें कुमाऊंनी व्यंजन भी काफी पसंद आए.