नैनीताल:सरोवर नगरी नैनीताल को पक्षियों की नई प्रजाति की खोज व बर्ड वॉचिंग डेस्टिनेशन (Bird watching destination) बनाने को लेकर नैनीताल में चार दिवसीय बर्ड फेस्टिवल (Bird watching destination) का शुभारंभ हो गया है. फेस्टिवल में 7 राज्यों के 43 से अधिक बर्ड वॉचर प्रतिभाग कर रहे हैं. कार्यक्रम का शुभारंभ पद्मश्री अनूप शाह (Padma Shri Anoop Shah) ने किया.
अनूप शाह का कहना है कि प्रदेश में 790 पक्षियों की प्रजातियां हैं. जिनमें से वाईनेशियस रोज फिंच की प्रजाति की चिड़िया नैनीताल में दिखाई दी है, जो बर्ड वॉचिंग क्षेत्र में सुखद संदेश है. अनूप शाह ने बताया कि वन विभाग के प्रयास से नैनीताल में बर्ड टूरिज्म की संभावनाएं बढ़ सकती हैं. साथ ही पर्यटकों को फ्लोरा एवं फौना भी देखने को मिल सकते हैं. लिहाजा, राज्य सरकार समेत पर्यटन कारोबारियों को इस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है.
नैनीताल में शुरू हुआ 4 दिवसीय बर्ड वॉचिंग फेस्टिवल. नैनीताल चिड़ियाघर रेंजर डॉ. अजय रावत ने बताया कि वन विभाग के तत्वाधान में बर्ड सर्वे का दूसरा चरण शुरू किया गया है. इसमें सात राज्यों के 43 बर्ड वॉचर्स प्रतिभाग कर रहे हैं, जो अगले चार दिनों तक 22 ट्रैक पर पक्षी प्रजातियों को कैमरों में कैद करेंगे.
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इससे पहले पहली बार जून में आयोजित बर्ड सर्वे के दौरान देशभर से आए बर्ड वॉचरों ने 201 पक्षी प्रजातियों को रिकॉर्ड किया था. जिसका दूसरा चरण नैनीताल वन प्रभाग और ओरिएंटल ट्रेल्स संस्था के संयुक्त सर्वे अभियान से किया गया है. 16 नवंबर से चार दिनों तक चलने वाले सर्वे में छत्तीसगढ़, केरल, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात से 43 बर्ड वॉचर्स प्रतिभाग कर रहे हैं.
इन क्षेत्रों में होंगी बर्ड वॉचिंगः बर्ड वॉचिंग के लिए वन विभाग ने नैनीताल के किलबरी, विनायक, कुंज खड़क, भवाली, महेश खान, बॉटनिकल गार्डन, सात ताल समेत आसपास के क्षेत्रों में 22 टेरेन चिन्हित किए हैं. जिन स्थानों पर मुख्य रूप से पक्षी देखे जाते हैं.
कोसी बैराज में विदेशी मेहमानः कॉर्बेट लैंडस्केप से लगते वन प्रभाग रामनगर के अंतर्गत पड़ने वाला कोसी बैराज 'विदेशी मेहमानों' की आमद से गुलजार हो गया है. वन विभाग इस बार इन विदेशी मेहमानों की गणना करवाने जा रहा है. इस बार पिछले साल के मुकाबले ये प्रवासी पक्षी लेट पहुंचे हैं. यहां पहुंचकर सैलानी सुखार्ब, वॉल कीपर, ब्लैक स्टार्ट, पिनटेल, करबोरेंच पक्षियों की चहचहाहट का आनंद ले रहे हैं.
बता दें कि ये, 'विदेशी मेहमान' भोजन व प्रजनन के लिए हजारों मील का सफर तय कर ठंडे प्रदेशों से यहां पहुंचते हैं. सैकड़ों की संख्या ये जोड़े कोसी नदी में जल में अठखेलियां करते हुए देखे जा सकते हैं. वहीं, इनकी सुरक्षा भी किसी चुनौती से कम नहीं है. वन प्रभाग रामनगर भी इनकी सुरक्षा को लेकर लगातार इन पक्षियों पर नजर बनाए रखता है.