हल्द्वानी:गर्मी बढ़ने के साथ ही जंगलों में आग लगने की घटनाएं भी सामने आने लगती हैं. लेकिन इस बार लॉकडाउन की वजह से तस्वीर कुछ अलग नजर आ रही है. पिछले साल के मुकाबले इस बार फायर सीजन में वनाग्नि की घटनाओं में कमी देखी गई है. इसकी एक बड़ी वजह जंगलों में लोगों की आवाजाही कम होना बताया जा रहा है.
हर साल 15 फरवरी से फायर सीजन शुरू हो जाता है. पिछले साल एक अप्रैल से 15 अप्रैल तक प्रदेश में वनाग्नि के 149 मामले सामने आए थे. लेकिन इस बार इन 15 दिनों में वनाग्नि की सिर्फ 84 घटनाएं हुई हैं. यानी कि लॉकडाउन की वजह से इस बार वनाग्नि में के मामलों में कमी आई है. हालांकि अभी जैसे-जैसे गर्मी बढ़ेगी वनाग्नि के मामले बढ़ने की आशंका है.
बता दें हर साल गर्मियों में जंगलों में लगने वाली आग से करोड़ों रुपए की वन संपदा जलकर राख हो जाती है. कई जंगलों जानवरों के अस्तित्व पर संकट मंडराने लगता है. लेकिन इस बार लॉकडाउन की वजह से पर्यावरण में काफी बदलाव देखने को मिला है. जंगल के बीच से होकर गुजर रही सड़कों पर किसी तरह की आवाजाही नहीं है. जंगल भी सुनसान हैं.