रामनगर: नैनीताल जिले की रामनगर कोतवाली का सोमवार 10 अप्रैल को पूर्व सैनिकों और कांग्रेस के पूर्व विधायक ने घेराव किया. मामला 15 साल के बच्चे के लापता होने से जुड़ा है. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि मोहल्ला भरतपुरी निवासी परवीन मेवाड़ी का 15 साल का बेटा मयंक जो कक्षा 9 का छात्र है, बीते आठ अप्रैल से लापता है. पुलिस ने उसकी गुमशुदगी भी दर्ज कर ली गई थी, लेकिन दो दिनों से पुलिस को बच्चे का कोई सुराग नहीं लगा है.
दो दिन से लापता बच्चे का नहीं लगा कोई सुराग, पूर्व सैनिकों ने रामनगर कोतवाली का किया घेराव - रामनगर लेटेस्ट न्यूज
उत्तराखंड के रामनगर से दो दिन पहले संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुए 15 साल के बच्चे का अभीतक कोई सुराग नहीं है. सोमवार को पुलिस की कार्यशैली से गुस्साएं परिजनों ने रामनगर कोतवाली का घेराव किया. वहीं पुलिस का कहना है कि बच्ची की तलाश में रामनगर में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई है, बावजूद उसके बच्चे की लोकेशन नहीं मिल रही है.
दरअसल, मंयक के पिता परवीन मेवाड़ी रामनगर में ही आर्मी कैंटीन में नौकरी करते हैं और सेना से रिटायर्ड है. उन्होंने बताया कि बीती 8 अप्रैल को उनका 15 साल का बेटा संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया था. परिजनों ने पहले तो अपने बेटे की कई जगह तलाश की, लेकिन जब वो नहीं मिला तो उन्होंने रामनगर कोतवाली पहुंचकर बेटे की गुमशुदगी दर्ज कराई. हालांकि जब दो दिन के बाद भी बच्चे का कोई सुराग नहीं लगा तो परिजनों का गुस्सा फुट पड़ा और कांग्रेस के पूर्व विधायक रणजीत सिंह के साथ बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक रामनगर कोतवाली पहुंचे और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए.
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वहीं, इस मामले में रामनगर कोतवाल अरुण कुमार सैनी का कहना है कि रामनगर में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद भी लापता छात्र की कोई भी लोकेशन नहीं मिली है. उन्होंने बताया कि इस संबंध में पुलिस की टीमों को बढ़ाने के साथ ही एक्सपर्टो को बुला लिया गया है. उन्होंने परिजनों को आश्वासन दिया है कि जल्द ही बच्चे को ढूंढ लिया जाएगा. पुलिस से मिले आश्वासन के बाद परिजनों शांत हुए. हालांकि पुलिस के खिलाफ उनका गुस्सा बरकरार है.