हल्द्वानी:मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री रेजिमेंट ने आज हल्द्वानी में युद्ध सम्मान दिवस मनाया. मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री भारतीय सेना की पुरानी बटालियनों मे से एक है. इस बटालियन का इतिहास बहुत पुराना है. आजादी से पहले यह ग्वालियर स्टेट की सेना की चौथी बटालियन थी. आजादी से पहले जितने भी निर्णायक युद्ध हुए उनमें इस बटालियन ने सक्रिय भूमिका निभाई.
मेजर जनरल इंद्रजीत सिंह बोरा ने बताया कि आजादी के बाद जब सभी राज्यों का राष्ट्र में विलय किया गया तो उसके बाद राज्यों की सेनाओं को भी भारतीय सेना मे विलय कर दिया गया. कुमाऊं रेजिमेंट मे मध्य भारत की दो बटालियनों का विलय किया गया. ग्वालियर स्टेट की 4 ग्वालियर और इंदौर इन्फेंट्री, जो कुमाऊं रेजिमेंट में 14 और 15 कुमाऊं बनी. साल 1953 में दोनों बटालियनों का कुमाऊं रेजिमेंट मे विलय किया गया. विधिवत रूप से 27 अक्टूबर 1954 (कुमाऊं दिवस) को इन्हें कुमाऊं रेजिमेंट का ध्वज प्रदान किया गया.