हल्द्वानी:उत्तराखंड के कुछ युवा इन दिनों मिसाल बने हुए हैं. लाखों की नौकरी छोड़कर युवा अपनी कर्मभूमि में स्वरोजगार अपनाने के साथ-साथ दूसरों को भी रोजगार दे रहे हैं. ऐसे ही एक युवा हैं अश्वनी मेहरा. हल्द्वानी के गौलापार के रहने वाले अश्वनी मेहरा ओएनजीसी और मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस की लाखों की नौकरी छोड़कर मशरूम की खेती कर रहे हैं. इसके साथ ही अश्वनी दूसरों को भी रोजगार दे रहे हैं और बटन मशरूम के उत्पादन में लगातार कामयाबी की ओर बढ़ रहे हैं.
बता दें, हल्द्वानी के गौलापार निवासी 28 वर्षीय अश्वनी मेहरा ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद इंडियन ऑयल एंड नेचुरल गैस कारपोरेशन में नौकरी शुरू की. एक साल बाद उन्होंने ओएनजीसी की नौकरी छोड़ मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस में (क्लास वन) सहायक पद पर अधिकारी के तौर पर नियुक्त हुए, लेकिन साल 2017 में अश्वनी मेहरा नौकरी छोड़ उत्तराखंड वापस लौट आए.
उन्होंने अपनी जन्मभूमि को कर्मभूमि मानते हुए बटन मशरूम की खेती करनी शुरू की. आज अश्वनी मेहरा हर साल करीब 100 टन से अधिक मशरूम का उत्पादन कर रहे हैं. साथ ही मशरूम की खेती में आसपास के करीब 25 लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं.