नैनीताल:मां दुर्गा महोत्सव का बंगाली रीति रिवाज के आधार पर समापन हो गया है. मां दुर्गा के डोले को सैकड़ों भक्तों ने नगर भ्रमण कराया, जिसके बाद दुर्गा मां के डोले को नैनीझील में विसर्जित कर दिया. तीन दिवसीय इस कार्यक्रम में नगर के स्थानीय बंगाली समाज के लोगों के साथ मिलकर उत्तर भारतीय लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया.
नैनीताल में दुर्गा महोत्सव के समापन पर छाई बांग्ला संस्कृति, नैनीझील में विसर्जित हुआ मां का डोला
नैनीताल जनपद में बंगाली रीति रिवाज के आधार पर मनाया जाने वाला मां दुर्गा महोत्सव का विधिवत समापन हो गया है. मंदिर परिसर में कुमाऊंनी छोलिया नृत्य के साथ बंगाली संस्कृति के समागम ने सभी का मन मोह लिया. मां के डोले को नगर भ्रमण के बाद नैनीझील में विसर्जित कर दिया.
बीती शाम हुई आरती में मां के भक्तों का दर्शनों के लिए हुजूम उमड़ पड़ा. मंदिर परिसर में कुमाऊंनी छोलिया नृत्य के साथ बंगाली संस्कृति के समागम ने सभी का मन मोह लिया. मां की मूर्ति की अलग-अलग कलाओं से आरती भी की गई. मां के डोले को नगर भ्रमण के बाद नैनीझील में विसर्जित कर दिया.
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दुर्गा महोत्सव कमेटी के तत्वाधान में डोले का नगर भ्रमण किया गया. इस दौरान स्कूली छात्रों ने भव्य रैली निकाली, जिसमें स्थानीय लोगों के साथ साथ घूमने पहुंचे पर्यटकों ने प्रतिभाग किया. डोली के नगर भ्रमण के बाद देर शाम फांसी गधेरा क्षेत्र में नैनीझील में विसर्जन कर दिया.