हल्द्वानी:वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते प्रदेश के सभी सरकारी और निजी स्कूल पिछले चार महीने से बंद हैं. निजी स्कूल जहां अपने बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई करा रहे हैं, वही सरकारी स्कूलों के प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की संसाधनों के अभाव के चलते पढ़ाई चौपट हो रही है. यहां तक कि सरकार द्वारा दी जाने वाली निशुल्क किताबें भी उपलब्ध नहीं कराई गई हैं. न ही किताबों के लिए दी जाने वाली धनराशि ही बच्चों के खाते में पहुंचाई गई है.
हल्द्वानी : संसाधनों के अभाव में सरकारी स्कूलों के छात्रों का भविष्य अंधकार में - Primary and Secondary Schools students
सरकारी प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों के छात्रों का भविष्य संसाधनों के अभाव में अंधकारमय है. यहां तक कि सरकार द्वारा दी जाने वाली निशुल्क किताबें भी अभी तक उपलब्ध नहीं कराई गई हैं.
संसाधन के अभाव में सरकारी स्कूलों के नौनिहालों का भविष्य हो रहा चौपट
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गौरतलब है कि नैनीताल जनपद में 950 प्राइमरी स्कूल और 225 जूनियर हाई स्कूल संचालित हो रहे हैं. लेकिन कोरोना महामारी के चलते इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के पढ़ाई पूरी तरह ठप है. ऐसे में सरकार इन बच्चों को पढ़ाई के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं कर रही है. प्रदेश सरकार और शिक्षा विभाग की लापरवाही इन नौनिहालों पर भारी पड़ रही है.
Last Updated : Jul 8, 2020, 11:27 AM IST