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मोटाहल्दू के शुद्ध गुड़ ने ग्राहकों को बनाया दीवाना, जानें देशी तरीके से कोल्हू में कैसे तैयार होता है गरीबों का चॉकलेट - हल्द्वानी गुड़

Demand for jaggery made on crusher increased in haldwani सर्दियां आ गई हैं तो गुड़ की खपत भी बढ़ गई है. गुड़ को स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत बढ़िया माना जाता है. नैनीताल जिले के मोटाहल्दू के कोल्हू के गुड़ का स्वाद लोगों की जुबान पर चढ़कर बोल रहा है. कोल्हू मालिक महेश चंद्र कबडवाल का दावा है कि वो शुद्ध गुड़ बनाते हैं. उनके कोल्हू में देशी तरीके से तैयार गुड़ की इलाके में बहुत डिमांड है.

Haldwani Gud
हल्द्वानी गुड़ समाचार

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Dec 25, 2023, 1:08 PM IST

Updated : Dec 25, 2023, 2:07 PM IST

शुद्ध गुड़ ने ग्राहकों को बनाया दीवाना

हल्द्वानी: जाड़ों के समय गुड़ की डिमांड बढ़ जाती है. गुड़ का सेवन स्वास्थ्य वर्धक माना जाता है. लेकिन अगर वही गुड़ मिलावट वाला हो तो लोगों की सेहत खराब कर देता है. अगर आप गुड़ खाने के शौकीन हैं तो यह खबर आपके लिए है. नैनीताल जिले के मोटाहल्दू के रहने वाले काश्तकार महेश चंद्र कबड़वाल के गुड़ ने लोगों को दीवाना बना दिया है.

हल्द्वानी के कोल्हू पर बने गुड़ की काफी डिमांड है

मोटाहल्दू में कोल्हू से तैयार होता है गुड़: गांव में तैयार होने वाली पारंपरिक कोल्हू के गुड़ की विशेषता है कि लोगों के सामने गुड़ तैयार होता है. हाथों हाथ गुड़ की बिक्री भी होती है. गुड़ खाने वाले लोगों का कहना है कि कोल्हू से तैयार गुड़ बिल्कुल शुद्ध देसी तरीके से तैयार किया जाता है. इसमें कहीं भी किसी भी प्रकार के केमिकल और सोडे का उपयोग नहीं होता है.

कड़ाहे में खौलता गुड़

कोल्हू के मालिक महेश चंद्र का दावा है कि उनके कोल्हू में तैयार किया गया गुड़ पूरी तरह से शुद्ध और बिना मिलावट का है. अपना गुड़ बेचने के लिए किसी मंडी या मार्केट की जरूरत नहीं पड़ती बल्कि लोग खुद ही उनसे गुड़ लेने के आ जाते हैं. उनके द्वारा तैयार किया गया शुद्ध सादा और ड्राई फूड गुड़ की डिमांड खूब हो रही है.

कोल्हू पर तैयार होता गुड़

मोटाहल्दू के गुड़ की है बहुत डिमांड: गुड़ बनाने वाले कोल्हू पिछले कुछ सालों से विलुप्त से होते जा रहे हैं. एक समय था जब गांव-गांव और नगरों के बाहर सर्दियों का सीजन आने से पहले तमाम कोल्हू नजर आते थे. लेकिन गांवों में लगने वाले कोल्हू अब इक्का-दुक्का ही बचे हैं. इन कोल्हू के माध्यम से लोग पारंपरिक तरीके से गुड़ बनाने का काम कर रहे हैं. जहां कई परिवारों को रोजगार भी मिल रहा है.

कोल्हू पर बड़े कड़ाहों में गुड़ तैयार किया जाता है

कोल्हू से तैयार किया गया गुड़ मैन्युअल बनाया जाता है. गन्ने के रस को बड़ी कढ़ाइयों में पकाया जाता है. फिर पारंपरिक तरीके से गुड़ के रस की सफाई की जाती है. इसके बाद गुड़ को भेली और गुटके के रूप में तैयार कर ग्राहकों को दिया जाता है.

गुड़ बनाने के लिए गन्ने का रस निकाला जा रहा है

गुड़ खाने का फायदे:जानकारों की मानें तो गुड़ खाना फायदेमंद होता है. गुड़ खाने से पाचन तंत्र अच्छा होता है. इम्यूनिटी बढ़ती है. गुड़ पाचन में काफी फायदेमंद है. सर्दियों में गुड़ का प्रयोग करने से जुकाम और कफ नहीं होता है. गुड़ आंखों की रोशनी को तेज करता है और हड्डियों को मजबूत बनाता है. गुड़ एक प्राकृतिक मिठाई है जिसमें किसी प्रकार की मिलावट नहीं की जाती है.
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Last Updated : Dec 25, 2023, 2:07 PM IST

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