रामनगर: कोसी बराज के अपस्ट्रीम में नदी से लगातार कटाव हो रहा है. लगातार हो रहे कटाव से स्थानीय लोगों को खतरे की आशंका सता रही है. सिंचाई विभाग ने कटाव रोकने के लिए 265 लाख की योजना बनाई है, लेकिन राज्य तकनीकी सलाहकार समिति द्वारा अनुमोदित होने के बाद भी धन के अभाव में योजना शुरू नहीं हो पा रहा है.
बता दें कि रामनगर कोसी बैराज के अपस्ट्रीम में भंडारी गुफा की तरफ पिछले साल बाढ़ आने से भूमि कटाव हो गया था, जिसके बाद से लगातार हो रहे कटाव से स्थानीयों को खतरे की आशंका सता रही है. वहीं, पिछले वर्ष आई बाढ़ ने तबाही बचाई थी, जिसमे सुंदरखाल गांव, चुकुंम गांव और कई रेसॉर्ट में कोसी नदी में समा गए थे. वहीं, कई क्षेत्र में भूमि कटाव भी हुआ था. ऐसे में इस बार रामनगर कोसी बैराज के अपस्ट्रीम में भी कटाव की स्थिति पैदा हो गई थी, जो कटाव अब निरंतर बढ़ रहा है.
कोसी बराज के अपस्ट्रीम में बढ़ा कटाव का खतरा ये भी पढ़ें:Nupur Sharma Case: स्वामी आनंद स्वरूप को मिल रही धमकियां, CM धामी से लगाई सुरक्षा की गुहार
इस समय बरसात का समय भी शुरू हो चुका है. ऐसे में अगर कोसी नदी रुौद्र रूप में आती है तो हल्द्वानी रामनगर राष्ट्रीय राजमार्ग में कटाव, नलकूप कार्यालय और कैनाल कॉलोनी सहित कई क्षेत्र जल में समा सकते हैं. जिससे भारी नुकसान होने की आशंका है. ईटीवी भारत ने जब सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता राजीव खनौलिया से बात की तो, उन्होंने कहा हमारे द्वारा इसका प्रस्ताव तैयार कर भेज दिया गया है.
उन्होंने कहा इस कटाव को रोकने के लिए हमारे द्वारा 265 लाख की योजना बनाई गई है. जिसको राज्य तकनीकी सलाहकार समिति की बैठक से संस्तुति मिल चुकी है. इसमें 200 मीटर के आसपास आरसीसी ब्लॉक बनाए जाएंगे. साथ ही बांध सुरक्षा के लिए निर्माण किया जाएगा. ताकि कटाव को रोका जा सकेगा. उन्होंने कहा धन आवंटित होते ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा. जिससे कटाव वाले क्षेत्र के दाएं पार्ट में जो क्षेत्र हैं, वो भी सुरक्षित हो जाएंगे. सिंचाई विभाग भी सरकार की ओर देख रहा है.