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एनी डेस्क एप डाउनलोड करते ही अकाउंट हो गया खाली, पति-पत्नी को लगी 12 लाख की चपत

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Published : Jun 7, 2023, 9:29 PM IST

साइबर ठग लोगों के साथ धोखाधड़ी करने के लिए नए-नए तरीके इजाद कर रहे हैं. ऐसा ही एक मामले उत्तराखंड के हल्द्वानी से सामने आया है, जहां एनी डेस्क एप के जरिए साइबर ठगों ने पति-पत्नी को 12 लाख रुपए की चपत लगाई है.

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हल्द्वानी: उत्तराखंड में पुलिस के सामने साइबर ठगी के मामले में बड़ी चुनौती बनते जा रहे है. प्रदेश में आए दिन साइबर ठगी से जुड़े मामले सामने आ रहे है. ताजा मामला नैनीताल जिले के हल्द्वानी से सामने आया है, जहां साइबर ठगों ने एनी डेस्क एप के जरिए एक व्यक्ति को 12 लाख रुपए का चूना लगा दिया.

साइबर ठग लोगों के साथ धोखाधड़ी करने के लिए नए-नए तरीके इजाद कर रहे हैं. हल्द्वानी में एनी डेस्क के जरिए ठगी का मामला सामने आया है, जहां 12 लाख से अधिक की ठगी हुई है. पूरे मामले में पुलिस ने मामला दर्ज कर साइबर सेल को भेजा है. जानकारी के मुताबिक शहर के जेल रोड निवासी दंपति के खातों से करीब 12 लाख की रकम निकाली गई है. इस मामले में कोतवाली पुलिस ने सात माह बाद रिपोर्ट दर्ज की है.
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जेल रोड निवासी विजय सांगुड़ी ने पुलिस को तहरीर देते हुए कहा है कि नवंबर 2022 में उन्होंने एक टीवी चैनल का ऐप डाउनलोड किया था, इसके लिए उनकी एक व्यक्ति से फोन पर बात हुई थी, उसने एनी डेस्क डाउनलोड करने के लिए कहा था, एनी डेस्क एप डाउनलोड करने के बाद उसके खाते से 3.13 लाख और पत्नी के खाते से चार लाख रुपये कटने का मैसेज आ गया, जिसकी शिकायत उसने पुलिस से की. लेकिन कुछ दिन बाद बैंक जाने पर पता चला की उनके खाते से दो बार में 8.13 लाख और पत्नी के खाते से चार लाख रुपये निकाले गए हैं. इस तरह कुल 12.13 लाख रुपये निकाले गए हैं.

पूरे मामले में कोतवाली पुलिस ने अज्ञात ठगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है. कोतवाली प्रभारी का कहना है कि मामले को साइबर सेल को हस्तांतरित किया गया है. एक अन्य मामले में ऑनलाइन स्कूटी बेचने के नाम पर ठगों ने लाखनमंडी चोरगलिया निवासी त्रिलोचन सुयाल से 25 हजार की ठगी की है.
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पीड़ित ने साइबर सेल में तहरीर देते हुए कहा है कि सोशल मीडिया में एक विज्ञापन देखा जहां 2022 मॉडल की स्कूटी 25 हजार रुपये में मिलने की बात लिखी थी, जिस व्यक्ति ने यह विज्ञापन डाला था, उसने अपना नाम आर्मी का जवान बताते हुए एमएस चौहान बताया था. जब उसके दिए गए फोन नंबर पर बात किया तो उसने खुद को हल्द्वानी स्थित आर्मी कैंट में तैनात बताया, जहां आर्मी के वर्दी के साथ उसने अपनी फोटो भी लगाई थी. भरोसे में आकर उन्होंने 23 हजार रुपये ऑन लाइन ट्रांसफर कर दिए. इसके बाद न तो स्कूटी मिली और न ही पैसा. दोनों मामले में साइबर सेल ने जांच शुरू कर दी है..

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