हल्द्वानीः जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में बीते गुरुवार को पेट्रोलिंग के दौरान एक हादसे में शहीद हुए सूबेदार यमुना प्रसाद पनेरु का पार्थिव शरीर हल्द्वानी पहुंच गया है. शहीद का पार्थिव शरीर सेना के हेलीकॉप्टर के जरिए हल्द्वानी आर्मी कैंट पहुंचाया गया है. जहां सेना के जवानों ने उनके पार्थिव शरीर को मोर्चरी में सुरक्षित रखवा दिया है. शहीद का पार्थिव शरीर रविवार सुबह 7 बजे उसके निवास स्थान गोरापड़ाव लाया जाएगा. जिसके बाद रानीबाग चित्र शीला घाट में सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
हल्द्वानी पहुंचा शहीद यमुना प्रसाद का पार्थिव शरीर. जानकारी के मुताबिक, सूबेदार यमुना प्रसाद पनेरु 6 कुमाऊं रेजीमेंट में तैनात थे. जो उत्तरी कश्मीर के गुरेज (बांडीपोर) सेक्टर में गुरुवार को एलओसी पर अपने साथियों के साथ गश्त कर रहे थे, तभी पहाड़ी पर चढ़ाई के दौरान उनका पैर फिसला और गहरी खाई में जा गिरे. साथी जवानों के तत्काल सूबेदार पनेरू का रेस्क्यू कर खाई में बाहर निकाला और हेलीकॉप्टर से उन्हें श्रीनगर में सेना के बेस अस्पताल लाया. जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. पनेरु एक कुशल पर्वतारोही भी थे. वो एवरेस्ट फतह करने वाले 6 कुमाऊं के पहले फौजी भी थे.
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शहीद यमुना प्रसाद पनेरु का पार्थिव शरीर जम्मू कश्मीर से सेना के हेलीकॉप्टर से बरेली एयर फोर्स सेंटर पहुंचा. जहां छोटे हेलीकॉप्टर के माध्यम से दोपहर 2:30 बजे हल्द्वानी के आर्मी कैंट लाया गया है. बताया जा रहा है कि सेना ने कुछ तकनीकी कारणों के चलते जवान के पार्थिव शरीर को हल्द्वानी स्थित आर्मी कैंट में रखा गया है. सेना के जवान रविवार सुबह 7:00 बजे शहीद के पार्थिव शरीर को उसके आवास पर ले जाएंगे. जहां शहीद की पार्थिव शरीर को दर्शनार्थ रखा जाएगा. जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार रानीबाग स्थित चित्र घाटशिला घाट पर किया जाएगा.
बताया जा रहा है कि शहीद के अंतिम संस्कार के दौरान कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य, मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के तौर पर शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के अलावा जिलाधिकारी सविन बंसल मौजूद रहेंगे. वहीं, भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा का कहना है कि शहीद का पार्थिव शरीर समय से हल्द्वानी आ गया था और अंतिम संस्कार हो सकता था, लेकिन सेना किन कारणों से उनके अंतिम संस्कार रविवार को करेगी, इसकी जानकारी सेना के अधिकारी ही दे पाएंगे. उधर, शहीद के घर में मातम छाया हुआ है.