उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

मॉनसून सीजन के चलते कॉर्बेट का बिजरानी जोन 15 अक्टूबर तक के लिए बंद - ramnagar news

कॉर्बेट नेशनल पार्क के बिजरानी जोन को मॉनसून सीजन के चलते साढ़े तीन माह के लिए बंद किया गया है. ये जोन अब 15 अक्टूबर को ही खुलेगा. इससे पहले ढ़िकाला जोन को 15 जून को सैलानियों के लिए बंद किया गया था. जबकि ढ़ेला और झिरना जोन सालभर पर्यटकों के लिए खुले रहते हैं.

कॉर्बेट नेशनल पार्क का बिजरानी जोन बंद

By

Published : Jun 30, 2019, 12:23 PM IST

रामनगर: मॉनसून सीजन के चलते कॉर्बेट नेशनल पार्क के बिजरानी जोन को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है. इससे पहले 15 जून को ढिकाला जोन को बंद कर दिया गया था. मौसम अनुकूल होने पर 15 अक्टूबर को कॉर्बेट पार्क का बिजरानी जोन आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा.

कॉर्बेट नेशनल पार्क का बिजरानी जोन बंद.


रामनगर के कॉर्बेट नेशनल पार्क का प्रसिद्ध बिजरानी जोन 30 जून से बंद कर दिया गया है. पर्यटकों को साढ़े तीन माह के लंबे इंतजार के बाद 15 अक्टूबर को इस जोन में फिर से जंगल भ्रमण करने का मौका मिलेगा. मॉनसून सत्र और पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए पार्क प्रशासन ने इसे बंद रखने का फैसला लिया है. हर साल की तरह इस साल भी कॉर्बेट नेशनल पार्क का बिजरानी जोन पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है. जंगल सफारी के बाद इस जोन को बंद कर दिया जाएगा. कोई भी सैलानी बिजरानी जोन के अंदर प्रवेश नहीं कर सकेगा.


लेकिन, खास बात ये है कि कॉर्बेट के ढ़ेला और झिरना जोन साल भर पर्यटकों के लिए खुले रहते हैं, सिर्फ विषम परिस्थितियों में ही इन जोन को एतियातन तौर पर बंद किया जाता है. यह जोन दिवसीय भ्रमण के लिए कॉर्बेट नेशनल पार्क का सबसे महत्वपूर्ण प्रसिद्ध जोन माना जाता है. मॉनसून सीजन में हर साल यह जोन 30 जून को बंद कर दिया जाता है. क्योंकि बरसात के मौसम में जंगल के मोटर मार्ग क्षतिग्रस्त हो जाते हैं. इन हालात में सैलानियों को जंगल सफारी कराने का जोखिम विभाग नहीं ले सकता. जिस कारण बिजरानी जोन साढ़े तीन माह के लिए बंद कर दिया जाता है. 15 अक्टूबर को बिजरानी जोन पर्यटकों के लिए खोला जाएगा.

पढ़ेंःगुलदार के आतंक से खौफजदा ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम को बनाया बंधक


इससे पहले पार्क का ढिकाला जोन 15 जून को बंद कर दिया गया था. मॉनसून सीजन के चलते कॉर्बेट नेशनल पार्क के ढिकाला और बिजरानी पर्यटन जोन में पर्यटन गतिविधियां शून्य कर दी गई है. ऐसे में पर्यटन गतिविधियों के शून्य किये जाने के बाद कॉर्बेट के जंगलों में विचरण कर रहे वन्यजीव भी कुछ समय के लिए खुद को सुरक्षित और आराम महसूस करेंगे

ABOUT THE AUTHOR

...view details