रामनगर:कॉर्बेट टाइगर पार्क के अलग-अलग जोनों में भ्रमण करने के लिए पर्यटक देश विदेशी से पहुंचते हैं. ऐसे में कई बार देखा गया है कि पर्यटक अपने साथ लाए बॉटल, रैपर और खाने पीने की चीजें संरक्षित क्षेत्र में छोड़कर चले जाते हैं, जिससे गंदगी फैलती है. जिसको लेकर कॉर्बेट पार्क प्रशासन ने नई पहल शुरू की है. पार्क प्रशासन अब पर्यटकों को संरक्षित क्षेत्र में कूड़ा न फेंकने को लेकर शपथ पत्र भरवा रहा है.
कॉर्बेट में कूड़ा फैलाने वालों की अब खैर नहीं! पार्क प्रशासन भरवा रहा पर्यटकों से शपथ पत्र
कॉर्बेट पार्क के संरक्षित जोन में आने वाले पर्यटकों से पार्क प्रशासन शपथ पत्र भरवा रहा है. पार्क में एंट्री से पहले पर्यटकों को शपथ दिलाई जा रही है कि 'मैं पार्क के अत्यंत संवेदनशील प्राकृतिक एवं नैसर्गिक जैव विविधता क्षेत्र में प्रवेश कर रहा हूं और इसको संरक्षित करने के साथ ही अपनी अगली पीढ़ी के लिए बचाए रखने में भी मैं अहम भूमिका निभाउंगा'.
बता दें कि कॉर्बेट पार्क प्रशासन पर्यटकों को प्लास्टिक उन्मूलन को लेकर जागरूक कर रहा है. साथ ही पार्क में प्रवेश से पहले अब उनसे शपथ पत्र भरवा रहा है. जिसमें पर्यटकों को शपथ दिलाई जा रही है कि 'मैं पार्क के अत्यंत संवेदनशील प्राकृतिक एवं नैसर्गिक जैव विविधता क्षेत्र में प्रवेश कर रहा हूं और इसको संरक्षित करने के साथ ही अपनी अगली पीढ़ी के लिए बचाए रखने में भी मैं अहम भूमिका निभाउंगा'.
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शपथ पत्र में पर्यटक यह भी वादा कराया जा रहा है कि प्लास्टिक कप, बोतल और कटलरी का उपयोग पार्क के अंदर नहीं करुंगा. पार्क के अंदर अगर कोई कूड़ा कर रहा होगा तो, उसको भी रोकूंगा. पार्क वार्डन ने कहां अगर कोई भी पर्यटक, जिप्सी चालक और नेचर गाइड द्वारा गंदगी करते हुए पाया जाता है तो उसके विरुद्ध भारतीय वन अधिनियम एवं वाइल्डलाइफ एक्ट और संरक्षित क्षेत्रों के लिए बने नियमों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी.