नैनीतालः पंचायत चुनाव में गांव की जनता ने अपना जनादेश दे दिया है. इस बार गांव की जनता ने देश की राजनीतिक पार्टियां कांग्रेस और भाजपा पर अपना भरोसा नहीं जताया. इसका परिणामस्वरूप भाजपा और कांग्रेस का ग्राम पंचायतों से पूरी तरह से सफाया हो गया है. केवल भाजपा समर्थित 4 प्रत्याशियों ने ही जीत दर्ज की है. भले ही विधानसभा और लोकसभा चुनाव में मोदी मैजिक का डंका बजा हो लेकिन इस बार पंचायत चुनाव में मोदी मैजिक फेल साबित दिखा.
बता दें कि नैनीताल के पांच पहाड़ी ब्लाक में 17 जिला पंचायत सदस्य के पद हैं जिसमें से भीमताल ब्लॉक में 4, धारी ब्लॉक में 3, रामगढ़ ब्लॉक में 3, बेतालघाट ब्लॉक में 3 और ओखलकांडा ब्लॉक में 4 पद हैं जिनमें से केवल 4 पदों में ही भाजपा समर्थित प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है, जबकि बाकी सभी सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने परचम लहराया है. वहीं पंचायत चुनाव से कांग्रेस का एक बार फिर से सूपड़ा साफ हुआ है.
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गांव में सरकार बनाने वाली ग्रामीण जनता का यह जनादेश आने वाले समय में कांग्रेस और भाजपा दोनों ही सरकारों के लिए एक खतरे की घंटी बन सकता है.वहीं निर्दलीय उम्मीदवार इसे अपनी जीत बता रहे हैं, जबकि इस तरह के जनादेश देने वाली जनता से भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए चुनौती साबित हो सकते हैं, क्योंकि इस बार के पंचायत चुनाव में लगभग लगभग कांग्रेस और भाजपा का पूरी तरह से सूपड़ा साफ हो चुका है.