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GROUND REPORT: लॉकडाउन में दाने-दाने को मजूबर हुए मजदूर, बोले- राशन खत्म अब जाएं कहां ?

हल्द्वानी के गौला नदी की बेरिपड़ाव में मजदूरी कर अपना और अपने परिवार को भरण पोषण करने वाले मजदूरों के हाल बदहाल हो चुके हैं. उनके घर में अब राशन खत्म हो चुका है, ऐसे में अब मजदूर क्या करें ?

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मजदूर पर असर

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Published : Mar 28, 2020, 11:41 PM IST

हल्द्वानीःईटीवी भारत हमेशा से ही गरीब मजदूर और असहाय लोगों का आवाज उठाता रहा है. इसी कड़ी में लॉकडाउन के बीच ईटीवी भारत की टीम ने गौला नदी में मजदूरी करने वाले मजूदर परिवार का हाल जाना. इस दौरान रोजाना मजदूरी कर आजीविका चलाने वाले मजदूर परिवार की हालत बदहाल मिला. मजदूरी बंद होने के बाद उनके घर में अब राशन खत्म हो चुका है, लेकिन सरकार से उन्हें कोई सहायता नहीं मिली है.

लॉकडाउन से मजदूरों के हाल हुए बेहाल.

कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के चलते कई मजदूर और गरीब परिवार के हालात काफी खराब हो चुके हैं. ऐसे में ईटीवी भारत ने अपनी जिम्मेदारी समझते हुए हल्द्वानी के गौला नदी की बेरिपड़ाव श्रमिक गेट पहुंचकर एक मजदूर परिवार का स्थिति जाना. जहां पर गौला नदी में काम करने वाला मजदूर का परिवार झोपड़ी बनाकर रहता है. लॉकडाउन के चलते काम बंद हो चुका है. ऐसे में उस परिवार के सामने अब रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है.

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मजदूर परिवार का कहना है कि मजदूरी बंद होने के बाद उनके घर में राशन खत्म हो चुका है. ऐसे में सरकार समय रहते हैं, उनके परिवार को राशन की व्यवस्था नहीं करता है तो पूरा परिवार भुखमरी के कगार पर जा सकता है. साथ ही उन्होंने शासन-प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है. साथ ही राशन उपलब्ध कराने की मांग की है.

इतना ही नहीं इस परिवार के साथ-साथ कई अन्य परिवार ऐसे हैं, जो मजदूरी कर अपना भरण पोषण करते हैं, लेकिन सरकार की ओर से इन परिवारों को भी कोई भी मदद नहीं की जा रही है. ऐसे में वहां रहने वाले दर्जनों परिवार अब प्रशासन से मांग कर रहे हैं, उन्हें राशन वितरित की जाए.

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