हल्द्वानी: भारत-चीन के बीच तनाव का असर रक्षाबंधन पर भी देखने को मिल रहा है. हर साल रक्षा बंधन में सजने वाली चाइनीज राखियां इस बार बाजारों से गायब है. बाजारों में अब केवल भारतीय राखियां ही सजी हुई हैं.
बाजारों से चाइना की राखियां गायब. बता दें कि, भाई-बहन का पवित्र त्योहार रक्षाबंधन में अब कम ही दिन बाकी हैं. लेकिन कोरोना का असर राखियों पर भी देखा जा रहा है. वहीं, इस बार बाजारों में चाइना की राखियां गायब हैं. इस बार बाजारों में भारतीय राखियां ही नजर आ रही है. बाजारों में तरह-तरह की राखियां देखी जा रही हैं तो वहीं इस बार लेडीज राखी भी बाजारों में धूम मचा रही हैं. इस बार राखी के दामों में 15 से 20 प्रतिशत की वृद्धि भी देखी गई है.
बाजारों में राखियों की दुकानें तो सजी हैं, लेकिन कोरोना के चलते खरीदार नजर नहीं आ रहे हैं. वहीं, कोरोना के मद्देनजर इस बार बहनें भाइयों को राखियां ऑनलाइन भेज रही हैं.
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दुकानदारों का कहना है कि, कोरोना के कारण इस बार राखियों के कारोबार में उन्हें काफी नुकसान हो रहा है. कोरोना संक्रमण के कारण लोग बाजारों में नहीं आ रहे हैं. बाजारों में तरह-तरह की राखियां आई हुई हैं. लेकिन उम्मीद के अनुसार बिक्री नहीं हो पा रही है. उन्होंने कहा कि, इस बार चाइना से राखियां नहीं आई है. इस बार बाजार में भारतीय राखियों का कब्जा है और आने वाले दिनों में उनका कारोबार रफ्तार पकड़ सकता है.