हल्द्वानी:सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा 1 से 8 तक के करीब 15 हजार से अधिक नौनिहालों का बैंकों में खाता नहीं खुला है. जिस कारण उनको सरकार से मिलने वाली एमडीएम, ड्रेस और किताबों सहित अन्य मदों का पैसा नहीं मिल पा रहा है. बताया जा रहा है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों के पास बैंकों में दिए जाने वाले कागजात नहीं उपलब्ध होने या पूर्व में खोले गए खातों को एक्टिवेट नहीं होने के चलते उनको योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
बैंकों में खाता न खुलने से बच्चों को नहीं मिल पा रहा एमडीएम, ड्रेस-किताबों का लाभ. गौरतलब है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को सरकार द्वारा मध्यान भोजन, ड्रेस, कॉपी-किताब सहित अन्य सुविधाओं का लाभ सीधे उनके खाते में देने का प्रावधान है. लेकिन नैनीताल जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 15,000 से अधिक स्कूली बच्चों का बैंकों में खाता नहीं खुल पाया है, या खुले हुए खाते बंद हो चुके हैं. ऐसे में विभाग इनको योजनाओं का पैसा उनके खाते में ट्रांसफर नहीं कर पा रहा है. बताया जा रहा है कि कोविड-19 के चलते स्कूल में बच्चे नहीं आ रहे हैं. ऐसे में अभिभावकों से संपर्क कर खाता खोलने का काम किया जा रहा है.
मुख्य शिक्षा अधिकारी कमलेश कुमार गुप्ता का कहना है कि सरकार के निर्देशानुसार सभी बच्चों को शिक्षा विभाग की योजनाओं का लाभ सीधे उनके खाते में डीबीटी (डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर) के माध्यम से की जानी है. इसको लेकर जिले के सभी ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया जा चुका है कि हर हालत में बच्चों का खाता खुलवाया जाए. जिससे कि इन बच्चों को सरकार की योजनाओं का लाभ मिल सकें.
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बताया जा रहा है कि नैनीताल जिले के करीब 60,000 बच्चों को डीबीटी के माध्यम से लाभ पहुंचाया जाना है. लेकिन 15,000 से अधिक बच्चों को अभी भी खाता नहीं खोलने के चलते लाभ नहीं मिल पा रहा है.