हल्द्वानी: कोविड के कहर ने कई परिवारों के आगे दुखों का पहाड़ खड़ा कर दिया है. कई ऐसे परिवार हैं जिनके यहां केवल बच्चे बचे हैं. कोविड के कहर से अनाथ हुए बच्चों को लेकर बाल आयोग ने चिंता जाहिर की है. उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष उषा नेगी ने अनाथ हो चुके बच्चों के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि इन बच्चों के बेहतर भविष्य और उनकी सुरक्षा के मद्देनजर गृह मंत्रालय और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और डीजीपी को पत्र लिखा है.
कानूनी प्रक्रिया के तहत लिया जाए अनाथ बच्चों को गोद
बाल आयोग के अध्यक्ष उषा नेगी ने कहा है कि कोरोना में अनाथ हो चुके बच्चों के बेहतर भविष्य और उनकी सुरक्षा को लेकर सरकार को कोई ठोस कदम उठाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से सोशल मीडिया में अनाथ बच्चों को गोद लेने की चर्चाएं चल रही हैं उससे बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ जाएगा.