रामनगरःविश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में 16 पालतू हाथियों की ब्लड सैंपलिंग की जाएगी. इसके अलावा निजी स्वामित्व वाले 4 हाथी भी हैं, उनकी भी सैंपलिंग ली जाएगी. जिससे उनकी डीएनए प्रोफाइल तैयार की जाएगी. वहीं, कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में बाघों की गणना का काम मार्च महीने तक पूरा किया जाएगा.
बता दें कि पालतू हाथियों का आज तक सही संख्या का पता नहीं लग पाया है. ब्लड सैंपलिंग से कॉर्बेट व अन्य क्षेत्रों में निजी स्वामित्व वाले पालतू हाथियों की संख्या का भी पता लग पाएगा. साथ ही इससे अवैध व्यापार में भी रोक लग पाएगी. कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि इससे पालतू हाथियों का डेटाबेस तैयार होने पर इनकी आयु, अनुवांशिकता समेत अन्य कई बिंदुओं पर जानकारी मिल सकेगी.
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सीटीआर निदेशक राहुल कुमार ने कहा कि जो भी कैपटिव एलीफेंट (captive elephant) हैं, कॉर्बेट पार्क में इनकी सैंपलिंग का कार्य किया जाना है. जिसके लिए दिशा निर्देश उच्च स्तर से प्राप्त हो गए हैं. इसमें हाथियों के ब्लड सैंपल लेकर इनकी डीएनए प्रोफाइल (DNA) तैयार की जाएगी. जो आगे चलकर रिसर्च या अन्य चीजों में काम आएगी.
मार्च तक पूरी होगी बाघों की गणनाः ऑल इंडिया टाइगर एस्टीमेशन के तहत हर साल 4 साल में बाघों की गणना की जाती है. जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में भी बीते नवंबर 2021 से बाघों की गणना का कार्य चल रहा है. सीटीआर के निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि कॉर्बेट पार्क में फेज थ्री के तहत हर 4 साल में कॉर्बेट पार्क समेत देश के सभी 50 टाइगर रिजर्व में बाघों की गणना का कार्य किया जाता है. कॉर्बेट पार्क में बाघों की गणना का कार्य लगभग अंतिम चरण में पहुंच चुका है.