निकाय चुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने. हल्द्वानीः उत्तराखंड में निकाय चुनाव को लेकर अभी से ही सरगर्मियां तेज हो गई है. हल्द्वानी में भी निकाय चुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ने लगा है. इसी के साथ ही आरोप प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है. कांग्रेस का आरोप है कि सरकार निकाय चुनावों को आगे के लिए टाल सकती है, लेकिन बीजेपी का कहना है की वो चुनाव के लिए हर समय तैयार है.
उत्तराखंड के निकाय चुनावों में भले ही अभी कुछ वक्त बचा हो, लेकिन चुनावी सरगर्मियां बढ़ चुकी हैं. आगामी 2024 में लोकसभा चुनाव भी होने हैं. जिसको लेकर कांग्रेस का कहना है की सरकार चारों तरफ से घिरी हुई है. लिहाजा, राज्य सरकार नहीं चाहती है कि निकाय चुनावों के परिणाम का असर 2024 के चुनावों पर पड़े. यही वजह है कि बीजेपी चुनाव को टालने की कोशिश कर रही है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का कहना है कि जिस तरह कैंट बोर्ड के चुनावों को टाला गया, उसी तरह सरकार निकाय चुनाव को भी लोकसभा चुनावों तक टाल सकती है. उन्होंने हरिद्वार में हुए निकाय चुनाव को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका आरोप है कि हरिद्वार में रातोंरात रिजल्ट बदल दिए गए. साथ ही रात 8 बजे काउंटिंग भी रोक दिए गए. इसके अलावा बक्सों की सील भी टूटी हुई थी. ऐसे में प्रशासन को गलत और सरकार के दवाब में काम करने से रोका जाएगा.
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उधर, बीजेपी खुद को चुनाव के लिहाज से तैयार बता रही है. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता हेमंत द्विवेदी का कहना है कि जब चुनावों का समय होगा, तभी चुनाव होंगे. बीजेपी हर समय चुनाव को तैयार रहती है. चुनाव की प्रक्रिया समय के अनुसार तय किया जाएगा. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में तय समय पर निकाय चुनाव हो रहे हैं. वहीं, कांग्रेस के आरोपों पर हेमंत द्विवेदी ने पलटवार भी किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेसी नेता सुर्खियों में रहने के लिए चुनाव न कराने को लेकर बयान देते रहते हैं.