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पकड़ा गया तीन महिलाओं को मारने वाला भीमताल का आदमखोर बाघ! गाय का शिकार कर फंदे में फंसा, रात भर चला ऑपरेशन

Bhimtal Maneater tiger caught भीमताल का आदमखोर बाघ पकड़ लिया गया है. युद्ध स्तर पर चले कैच टाइगर ऑपरेशन को सोमवार रात सफलता मिली. वन विभाग की टीम को पता चला कि बाघ ने एक गाय को मारा है. इसके बाद वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची. आखिरकार कई घंटों की मशक्कत के बाद बाघ वन विभाग की टीम के जाल में फंस गया और उसे ट्रेंकुलाइज करके पकड़ लिया गया. बाघ को पकड़ने का ऑपरेशन रात भर चला.

Bhimtal man eater tiger caught
भीमताल आदमखोर बाघ

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Dec 26, 2023, 7:51 AM IST

Updated : Dec 26, 2023, 12:45 PM IST

भीमताल का आदमखोर बाघ पकड़ा गया

नैनीताल: भीमताल नौकुचीयाताल क्षेत्र के जंगलों में देर रात तक चले सर्च अभियान के दौरान आदमखोर बाघ को वन विभाग के कर्मचारियों ने पकड़ लिया. बाघ को रेस्क्यू करके रानीबाग सेंटर पहुंचाया गया है. इस बाघ ने 7 दिसंबर से इलाके में आतंक मचा रखा था. इलाके के लोगों का जीवन दहशत में बीत रहा था.

वन विभाग की टीम ने बाघ को ट्रेंकुलाइज किया.

पकड़ा गया भीमताल का आदमखोर बाघ: नैनीताल के भीमताल इलाके में 13 दिन के अंदर तीन महिलाओं और कई मवेशियों को मारने वाले आदमखोर बाघ को वन विभाग की टीम ने गिरफ्त में ले लिया है. 25 दिसंबर 2023 को सुबह वन विभाग की रेस्क्यू टीम को खबर मिली कि नौकुचियाताल से थोड़ा और ऊपर जंगलिया गांव में टाइगर देखा गया है. जिसने एक गाय का शिकार किया है. वन विभाग की टीम ने टाइगर द्वारा मारे हुए पशु को ऐसे स्थान पर रख दिया, जहां से रात में टाइगर पर निशाना लगाया जा सके और उसे बेहोश किया जा सके.

बाघ ने तीन महिलाओं को निवाला बनाया था

बाघ ने किया गाय का शिकार: ये तरकीब इसलिए की गई, क्योंकि अक्सर टाइगर अपने शिकार पर दोबारा आता है. ताकि वह इत्मीनान से उसे खा सके. रात 12 बजे टाइगर गाय के पास आया. तभी वन विभाग की टीम ने उसे ट्रेंकुलाइज करने के लिए डार्ट के निशाना लगाया. डार्ट लगने के बाद भी टाइगर जंगल में नीचे की ओर भाग गया. इसके बाद रेस्क्यू टीम धीरे-धीरे जंगल की ओर बढ़ी और उसने खोजना शुरू किया. वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सर्द रात में जंगल में टाइगर खोजना खतरनाक काम था.

बाघ को पकड़ने के लिए रात भर ऑपरेशन चला

वन विभाग की टीम ने किया ट्रेंकुलाइज: आखिरकार टीम को टाइगर मुख्य मार्ग से 3 किलोमीटर नीचे बेहोश मिला. भारी भरकम टाइगर को खतरनाक रास्ते से सड़क तक लाने में वन विभाग की टीम को ढाई घंटे का समय लगा. इस काम को करने में सर्द रात में भी टीम के पसीने छूट गए. बीच-बीच में टाइगर को बेहोशी का बूस्टर डोज दिया जाता रहा, ताकि वह होश में न आ जाए. सड़क पर पहुंचकर टाइगर को पिंजरे में डालकर ट्रक से 26 दिसंबर 2023 को सुबह तीन बजे रानीबाग रेस्क्यू सेंटर लाया गया. वन विभाग की टीम ने टाइगर के ब्लड, स्वाब और बालों के सैंपल लिए जिसका मिलान मारी गई महिलाओं के सैंपल से कराया जाएगा. ताकि यह पता चल सके कि ये वही आदमखोर बाघ है या नहीं.
ये भी पढ़ें: कन्फ्यूजन खत्म! भीमताल में बाघ ने ही किया था दो महिलाओं का शिकार, DNA रिपोर्ट से हुई पुष्टि, 13 दिनों में 3 घटनाएं

बता दें कि बीते 7 दिसंबर से 19 दिसंबर के बीच वन्यजीव के हमले में तीन महिलाओं की मौत हुई है. 7 और 9 दिसंबर में हमले का शिकार हुई महिलाओं की डीएनए रिपोर्ट से सामने आया था कि दोनों पर एक ही बाघ ने हमला किया था. 7 दिसंबर को भीमताल विधानसभा क्षेत्र में मलूवाताल में 35 वर्षीय इंदिरा देवी को बाघ ने अपना शिकार बनाया था. इस घटना के दो दिन बाद ही पिनरो गांव की पुष्पा देवी पर बाघ ने हमला किया था. इसके 10 दिन बाद 19 दिसंबर को अलचौना गांव निवासी 19 वर्षीय निकिता शर्मा की आदमखोर के हमले में मौत को गई थी.

Last Updated : Dec 26, 2023, 12:45 PM IST

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