उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

UOU में जल्द शुरू होंगे बीएड विशेष शिक्षा और B.Lib के पाठ्यक्रम, UGC ने दी मान्यता

उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय को यूजीसी ने बीएड विशेष शिक्षा के दो अन्य पाठ्यक्रमों और पुस्तकालय विज्ञान के अंतर्गत बीलिब पाठ्यक्रम की मान्यता दी है.

uttarakhand-open-university
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय

By

Published : Oct 23, 2021, 8:22 PM IST

हल्द्वानी: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (University Grant Commission) ने उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय को बीएड विशेष शिक्षा के दो अन्य पाठ्यक्रमों और पुस्तकालय विज्ञान के अंतर्गत बीलिब पाठ्यक्रम की मान्यता दी है. विश्वविद्यालय को भेजे गए पत्र में यूजीसी द्वारा स्पष्ट किया गया है कि वर्तमान सत्र 2021 से श्रवण बाधिता एवं दृष्टिबाधिता में बीएड विशेष पाठ्यक्रम चलाये जाने की प्रक्रिया शीघ्र प्रारंभ करें.

उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफेसर ओपीएस नेगी ने यूजीसी द्वारा भेजे गए पत्र के बारे में स्पष्ट किया कि विवि वर्तमान सत्र में ही बीएड विशेष शिक्षा के अंतर्गत श्रवण बाधित एवं दृष्टिबाधित पाठ्यक्रम में ऑनलाइन प्रवेश की प्रक्रिया अगले सप्ताह से प्रारंभ कर देगा. साथ ही यूजीसी द्वारा बीलिब पाठ्यक्रम को भी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा मान्यता प्रदान की गई है. जिसके माध्यम से पुस्तकालय विज्ञान के अंतर्गत लाइब्रेरियन पाठ्यक्रम में अभ्यर्थी प्रवेश ले सकते हैं.

ये भी पढ़ें:एक नवंबर को होगा उत्तराखंड के पहले इंटरनेट एक्सचेंज का उद्घाटन, इंटरनेट कनेक्टिविटी होगी बेहतर

संबंधित पाठ्यक्रम के बाद राज्य में स्थित विभिन्न पुस्तकालयों में लाइब्रेरियन के विभिन्न खाली पदों पर अभ्यर्थियों को मौका मिल सकेगा. बीएड विशेष शिक्षा में प्रवेश लेने के लिए प्रतिभागी ऑनलाइन आवेदन कर प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण कर विश्वविद्यालय में एडमिशन लेकर विशेष शिक्षक के रूप में अपना कैरियर बना सकते हैं. जिससे राज्य में श्रवण बाधित एवं दृष्टिबाधित दिव्यांग जनों के लिए विशेष शिक्षक तैयार हो सकेंगे.

कुलपति प्रो. नेगी ने बताया कि 14 अक्टूबर 2021 को जारी गजट नोटिफिकेशन अनुसार अब प्राइमरी शिक्षक बनने के लिए बीएड विशेष शिक्षा की डिग्री मान्य है. राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद द्वारा अधिसूचना जारी कर गजट नोटिफिकेशन के माध्यम से स्पष्ट कर दिया गया है कि बीएड विशेष शिक्षा डिग्री धारी प्राइमरी शिक्षक बनने के पात्र हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details