रामनगर: वन्यजीवों एवं पर्यावरण में दिलचस्पी रखने वालों के लिए अच्छी खबर है. वन प्रभाग रामनगर में कोसी नदी के किनारे 85 साल बाद ऊदबिलाव देखे गए हैं. इससे वन विभाग और स्थानीय लोग खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं. वन विभाग के मुताबिक कोसी नदी के किनारे ऊदबिलाव देखा जाना काफी अच्छा संकेत है. इससे पहले ऊदबिलाव मोहान के चुकुम गांव के पास नदी में देखे गए थे.
रामनगर में साल 1935 तक बड़ी संख्या में ऊदबिलाव देखे जाते थे. इनकी घटती संख्या के कारण विभाग ने दस वर्ष के लिए तैयार होने वाली कार्य योजना में शामिल कर लिया. इसके बाद उन्हें किसी ने नहीं देखा. बाद में इसे विभागीय वन्य जीवों की सूची से हटा लिया गया था. दुर्लभ प्रजाति होने की वजह से ऊदबिलाव इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर एंड नेचुरल रिसोर्सेज की रेड लिस्ट में हैं. ऊदबिलाव का उनके फरों के लिए शिकार किया जाता रहा है. इसकी वजह से वे बड़ी तेजी से विलुप्त होते जा रहे हैं.
प्रभागीय वनाधिकारी चंद्रशेखर जोशी ने बताया कि कोसी नदी के किनारे ऊदबिलाव को लगातार स्थानीय लोगों द्वारा देखा जा रहा है. साथ ही कोसी बैराज पर तैनात सिंचाई विभाग भी ऊदबिलाव पर नजर रखे है. उनकी सुरक्षा के लिए वन विभाग ने नदी में गश्त बढ़ा दी है.