हल्द्वानी: अग्निशमन विभाग के लिए इस साल गर्मी का सीजन राहत भरा रहा है. साल 2022 की तुलना में इस बार आग लगने की घटनाओं में कमी देखी गई है. जिम्मेदार इसके पीछे की वजह जागरूकता अभियान और विभागीय प्रयास मान रहे हैं. जबकि बीते सालों में आग लगने की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं, जिसकी तस्दीक आंकड़े कर रहे हैं.
इस बार आग लगने की घटनाओं में आई कमी, जिम्मेदार बता रहे ये वजह - अग्निशमन विभाग
उत्तराखंड में इस बार आग लगने की घटनाओं में कमी देखी गई है. इसके पीछे की वजह अधिकारी जागरूकता अभियान और विभागीय प्रयास बता रहे हैं. वहीं हल्द्वानी में इस बार जंगल क्षेत्र में आग लगने के मात्र 13 घटनाएं सामने आई हैं.
बारिश की वजह से आग की घटनाओं में कमी: इस बार मौसम भी अग्निशमन विभाग के लिए वरदान साबित हुआ है. जहां मौसम में नमी और समय-समय पर हो रही बरसात आग की घटनाओं के लिए वरदान साबित हुई है.अग्निशमन विभाग हल्द्वानी की बात करें तो इस साल जनवरी से लेकर मई माह तक जंगलों और घरों में आग लगने के 63 घटनाएं सामने आई हैं. जबकि पिछले साल यह संख्या काफी ज्यादा थी. बताया जा रहा है कि 2022 में जनवरी से लेकर मई माह तक 101 आग की घटनाएं हुई थी. जबकि पूरे साल में 167 आग लगने की घटनाएं सामने आई थी. यही नहीं हल्द्वानी में इस बार जंगल क्षेत्र में आग की केवल 13 घटनाएं सामने आई हैं. आंकड़ों की मानें तो 2017 में 169, 2018 में 142, 2019 में 182, 2020 में 109, 2021 में 187, जबकि 2022 में 167 मामले सामने आए थे.
जानिए क्या कह रहे जिम्मेदार: मुख्य अग्निशमन अधिकारी गौरव किरार ने बताया कि इस साल आग की घटनाओं में काफी कमी देखी गई है. जिसका मुख्य कारण है कि लोगों के बीच में अधिक से अधिक जन जागरूकता और फायर कर्मियों की तत्परता के चलते आग की घटनाओं में काफी कमी देखी गई है. उन्होंने कहा कि फायर सीजन को लेकर कर्मचारियों को अलग-अलग स्थानों पर मॉक ड्रिल कराई गई. रोकथाम को लेकर ट्रेनिंग और जन जागरूकता अभियान भी चलाया गया. इसके अलावा लोगों के बीच जाकर प्रचार-प्रसार कर आग लगने से बचाव और आग लगने के बाद उस पर काबू पाने को लेकर लोगों को जागरूक करने को लेकर नुक्कड़ सभाएं भी की जा रही हैं. यही कारण है कि आग की घटनाओं में कमी आई है.