हल्द्वानी: प्रदेश के सभी दुग्ध संघों में चुनाव की तिथि घोषित कर दी है, जिसके लिए 9 और 10 दिसंबर को मतदान होगा. राज्य सहकारी समिति निर्वाचन नियमावली 2018 के नियम संख्या 31 के तहत पूरे प्रदेश के दुग्ध संघों के चुनाव की तिथि तय कर ली गई है. जिसके तहत प्रदेश के सभी दुग्ध संघों में संचालक मंडल व अध्यक्ष का निर्वाचन होगा.
उत्तराखंड दुग्ध संघों में समितियों के चुनाव का ऐलान, इस दिन होंगे परिणाम घोषित - Haldwani latest news
Uttarakhand Milk Union Election उत्तराखंड में दुग्ध उत्पादक सहकारी संघों के चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया गया है. सभापति और प्रबंधन समिति सदस्यों के चुनाव नौ दिसंबर को होंगे और इसी दिन चुनाव परिणाम की घोषणा कर दी जाएगी. वहीं संघ के अध्यक्ष का चुनाव प्रबंध समिति के सदस्यों द्वारा 10 दिसंबर को मतदान के माध्यम से किया जाएगा. दुग्ध संघ पदाधिकारियों का कार्यकाल 2 नवंबर को समाप्त हो गया था.

By ETV Bharat Uttarakhand Team
Published : Nov 3, 2023, 11:21 AM IST
दुग्ध संघ में चुनाव को लेकर तैयारियां तेज: सहकारी निर्वाचन प्राधिकरण सचिव रमिंदरी मंद्रवाल ने अधिसूचना जारी करते हुए बताया कि उत्तराखंड के दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के प्रबंध कमेटी का कार्यकाल 2 नवंबर 2023 को समाप्त होने के कारण निर्वाचन कराए जाने की तिथि नियत की गई है. तिथि के साथ अधिसूचना और आचार संहिता भी लागू कर दी गई है. जिसके तहत प्रबंधन समिति के सदस्यों के लिए मतदान 9 दिसंबर को होगा, जबकि उसी दिन मतगणना की जाएगी. वहीं सभापति (संघ के अध्यक्ष) का चुनाव प्रबंध समिति के सदस्यों द्वारा 10 दिसंबर को मतदान के माध्यम से किया जाएगा, जबकि उसी दिन सभापति की परिणाम घोषित किए जाएंगे.
पढ़ें-इस दीपावली आंचल डेयरी ने मार्केट में उतारी मिठाइयां, पहाड़ी गाय के दूध और घी का किया गया है प्रयोग
कार्यकाल 2 नवंबर को हुआ समाप्त: उत्तराखंड डेयरी विकास विभाग के तहत प्रदेश में 11 दुग्ध संघ के माध्यम से उत्तराखंड में दूध का बड़ा व्यवसाय का कारोबार किया जाता है. जिसके तहत गढ़वाल मंडल में 6 दुग्ध संघ, जबकि कुमाऊं मंडल में पांच दुग्ध संघ के माध्यम से दूध का कारोबार होता है. इन सभी दुग्ध संघों के प्रबंध समिति के साथ-साथ सभापति का कार्यकाल 2 नवंबर को समाप्त हो चुका है. इसके बाद अब इस संघ का चुनाव की जिम्मेदारी सहकारी निर्वाचन प्राधिकरण को दी गई है.