हल्द्वानी: लालकुआं से हल्द्वानी के बीच बन रहे राष्ट्रीय राजमार्ग का काम तेजी से चल रहा है. लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग का एक कारनामा सामने आया है. आरोप है कि तीन गांवों को जोड़ने वाली सिंचाई नाले के ऊपर हाईवे को बना दिया गया है. इससे किसानों के सामने सिंचाई का संकट खड़ा हो रहा है.
हल्द्वानी में NHAI का कारनामा, सिंचाई नाले के ऊपर हाईवे बनाने का आरोप, ग्रामीणों ने डीएम से लगाई गुहार - राष्ट्रीय राजमार्ग का काम
Highway over irrigation drain सरकारी अधिकारी भी अजीब-ओ-गरीब काम करते हैं. ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने हल्द्वानी में सिंचाई नाले के ऊपर हाईवे बना दिया है. ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी से की है. ग्रामीणों का कहना है कि अगर सिंचाई नाले को मुक्त नहीं कराया गया तो वो प्रदर्शन करेंगे.
By ETV Bharat Uttarakhand Team
Published : Sep 29, 2023, 7:27 AM IST
|Updated : Sep 29, 2023, 8:54 AM IST
नाले के ऊपर हाईवे बनाने का आरोप: राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के इस कारनामे को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि से जिलाधिकारी से मुलाकात की. उन्होंने गुहार लगाई है कि राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा बंद किए गए सिंचाई नाले को खोला जाए. जिससे कि किसानों के फसलों की सिंचाई हो सके. ग्राम प्रधान संगठन के अध्यक्ष और बच्चीधर्मा हल्दूचौड़ की ग्राम प्रधान रुक्मणी नेगी ने बताया कि हल्दूचौड़ स्थित गायत्री मंदिर के पास तीन गांवों को जोड़ने वाला वर्षों पुराना सिंचाई नाला है. लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग ने वर्षों पुराने सिंचाई नाले को क्षतिग्रस्त कर उसके ऊपर हाईवे का निर्माण कर दिया है. इससे तीन गांवों के किसानों को उनके खेती के लिए सिंचाई का पानी नहीं मिल पा रहा है.
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ग्रामीणों ने डीएम से की शिकायत: जनप्रतिनिधियों का कहना है कि इसको लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग को भी अवगत कराया था, लेकिन उनके द्वारा किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई. ऐसे में जिलाधिकारी के दरबार में पहुंच राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग की इस कार्रवाई के खिलाफ प्रार्थना पत्र देते हुए सिंचाई नाले को तत्काल खोलने की मांग की है. ग्राम प्रधान संगठन की अध्यक्ष रुक्मणी नेगी का कहना है कि राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग अगर जल्द इस नाले को नहीं खोलता है, तो ग्राम प्रधान संगठन इसका पुरजोर विरोध करेगा. ग्रामीणों का कहना है कि ये वर्षों पुराना नाला है, जहां गौला नदी से आने वाला पानी सिंचाई के लिए गांवों के खेतों तक पहुंचता है. इसी पानी से फसलों के सिंचाई की जाती है. नाले को नहीं खोला गया तो किसानों की फसल सूख सकती है.
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