हल्द्वानी: राज्य गठन के बाद से ही उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के बीच परिसंपत्तियों के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा है. प्रदेश के कई विभाग ऐसे हैं जिनमें परिसंपत्तियों के बंटवारे को लेकर अभी तक एक राय नहीं बन पाई है. उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार बने हुए 2 साल से ज्यादा का वक्त हो चुका है, लेकिन अभी भी संपत्तियों के बंटवारे का विवाद नहीं सुलझ पाया है. हालांकि इसमें कुछ तेजी जरुर आई है.
राज्य बनते समय उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के बीच परिसंपत्तियों के बीच फंसे 8 जलाशय और 2,000 से अधिक आवासीय भवन, 173 शासकीय भवन सहित कई अन्य संपत्तियों का इन 18 सालों में बंटवारा नहीं हो पाया. लगभग 800 करोड़ की संपत्ति दोनों सरकारों के लिए जी का जंजाल बनी हुई है.
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इस परिसंपत्ति विवाद में उधम सिंह नगर जिल के नानक सागर बांध, धोरा डैम, बनबसा डैम, भीमगोड़ा डैम, कालागढ़ स्थित रामगंगा बांध, हरिपुर जलाशय और बोर जलाशय शामिल हैं. परिसंपत्ति विवाद के अधिकत्तर मामले यूपी की सीमा से लगे जिले हरिद्वार, उधम सिंह नगर और पौड़ी के हैं.