रामनगर: कॉर्बेट पार्क प्रशासन द्वारा बिजरानी जोन अंतर्गत आमडंडा खत्ता गांव का रास्ता बंद किए जाने के विरोध में ग्रामीणों ने पर्यटकों का रास्ता बंद कर दिया. गौरतलब है कि पिछले दिनों ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर एक हफ्ते में गांव का रास्ता खोलने का अल्टीमेटम दिया था. साथ ही रास्ता नहीं खोले जाने पर पर्यटकों के आवागमन को बाधित करने की चेतावनी दी थी.
अल्टीमेटम के बावजूद कॉर्बेट पार्क प्रशासन ने आमडंडा खत्ता गांव के आवागमन के लिए रास्ता नहीं खोला. जिसके विरोध में आज पूरे गांव के लोग बिजरानी गेट के सामने बैठ गए और पर्यटकों को जोन के अंदर नहीं जाने दिया.
कॉर्बेट प्रशासन के खिलाफ ग्रामीणों का धरना. ये भी पढ़ें:रुद्रप्रयाग: सड़क हादसे में बाइक सवार फौजी की मौत, एक गंभीर रूप से घायल
आपको बता दें कि कॉर्बेट पार्क के बिजरानी जोन में 125 परिवार रहते हैं, जिन्हें प्रशासन द्वारा 1978 में पट्टा दिया गया था. बिजरानी के आमडंडा में ये लोग 1925 से बसे हुए है. कॉर्बेट प्रशासन द्वारा इन ग्रामीणों का अचानक रास्ता बंद कर दिया गया. जिससे ग्रामीण गांव को बाहर आने जाने में दिक्कत हो रही थी और पैदल गांव से बाहर जाने में वन्यजीओं का खतरा बना हुआ रहता है.
ग्रामीणों ने कहा कि हमारे साथ ऐसा अन्याय क्यों किया जा रहा है? अगर यह कॉर्बेट की जगह ही थी तो हम लोगों को क्यों यहां पर पट्टे आवंटित किये गए, आज हमारे साथ कॉर्बेट प्रशासन द्वारा जुर्म किया जा रहा है. उसी को लेकर आज ग्रामीणों ने बिजरानी गेट पर धरना प्रदर्शन एवं कॉर्बेट प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.
जिसकी वजह से जिम कॉर्बेट के बिजरानी जोन में जाने वाले पर्यटकों की सैकड़ों जिप्सी कार इंतजार करती रही. कई घंटों तक कॉर्बेट प्रशासन और ग्रामीणों की वार्ता चली. इस बीच दूर दराज से कॉर्बेट भ्रमण पर आए पर्यटक भी परेशान रहे. वहीं, ग्रामीण भी अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे, जिसके बाद कॉर्बेट प्रशासन के अधिकारियों ने मौके पहुंचे और ग्रामीणों की मांगों को मान लिया, जिसके बाद ग्रामीणों ने धरना खत्म करते हुए पर्यटकों के लिए रास्ता खोल दिया.