रामनगर:उत्तराखंड की बदहाल स्वास्थ्य सेवाएं किसी से छिपी नहीं है. बीते दिनों कुमाऊं और गढ़वाल में गर्भवती महिलाओं की मौत इसका जीता जागता उदाहरण है. वहीं, इन घटनाओं से भी स्वास्थ्य महकमा सबक नहीं ले रहा है. ताजा मामला रामनगर संयुक्त चिकित्सालय का है, जहां इलाज के अभाव में एक गर्भवती महिला घंटों तक प्रसव पीड़ा से तड़पती रही. हालांकि, जब ईटीवी भारत मौके पर पहुंचा तो अस्पताल प्रशासन हरकत में आया और महिला को तुरंत इलाज देने की बात कही.
गढ़वाल और कुमाऊं के प्रवेश द्वार कहे जाने वाले रामनगर इन दिनों चिकित्सकों की भारी कमी से जूझ रहा है. वहीं, रामनगर संयुक्त चिकित्सालय को बेहतर सुविधाओं के लिए पीपीपी मोड पर दिया गया था लेकिन अब भी यहां डॉक्टरों की कमी बनी बुई है. ऐसे में अस्पताल में सर्जन न होने के चलते पहाड़ से आने वाली गर्भवती महिलाओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.