हल्द्वानी: सुशीला तिवारी हॉस्पिटल में कार्यरत 700 उपनल कर्मचारी अब सरकार से आरपार की लड़ाई में मूड में नजर आ रहे हैं. गुरुवार 2 सितंबर से सभी कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चल गए हैं. हड़ताल गए उपनल कर्मचारियों ने साफ किया है कि जब तक उनकी मांगों पर विचार नहीं किया जाएगा, वे आंदोलन करते रहेंगे. इतनी बड़ी संख्या में कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से हॉस्पिटल की स्वास्थ्य सेवाएं भी चरमरा गई हैं.
कर्मचारियों का कहना है कि सरकार ने कई आश्वासन देकर उनका धरना-प्रदर्शन खत्म कराया है. लेकिन अब वह अपना धरना प्रदर्शन खत्म नहीं करेंगे. सुशीला तिवारी हॉस्पिटल में कार्यरत 700 उपनल कर्मचारियों की मांग है कि उनका नियमितीकरण किया जाए. इसके अलावा वेतनमान को लेकर भी उनकी कुछ मांगें हैं.
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कर्मचारियों ने कहा कि पहले भी वे बुद्ध पार्क में धरने पर बैठे थे. तब कोरोना का हवाला देते हुए सरकार ने उनका धरना खत्म करा दिया था. आश्वासन दिया था कि उनकी मांगों को जल्द पूरा कर लिया जाएगा. लेकिन आज तक सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया है.
उपनल कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से सुशीला तिवारी अस्पताल की सफाई व्यवस्था के अलावा ओपीडी की पर्ची से लेकर ऑपरेशन पर खासा असर पड़ा है. उपनल कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती तब तक उनका कार्य बहिष्कार और अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा. कर्मचारियों ने कहा है कि अब उनका धरना समाप्त नहीं होगा. धरने के दौरान किसी भी तरह का कोई भी जान माल का नुकसान होता है तो इसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी.