नैनीताल: बीते दिनों नैनीताल में हुई तेज मूसलाधार बारिश से बलियानाला क्षेत्र की पहाड़ियों पर बड़ा असर पड़ा है. बारिश के चलते बलियानाला क्षेत्र में एक बार फिर से बड़ा भूस्खलन हुआ है. जिससे हरि नगर क्षेत्र में रह रहे लोगों के सामने चिंताए खड़ी हो चली हैं. क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन को देखते हुए प्रशासन ने 65 परिवारों को क्षेत्र से विस्थापित कर नजदीकी जीजीआईसी स्कूल व प्राइमरी स्कूल में भेज दिया है.
क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन को देखकर प्रशासन की टीम के द्वारा क्षेत्र में मुनादी कर भूस्खलन वाले क्षेत्र की तरफ ना जाने की चेतावनी दी गई है.
बलियानाला में फिर हुआ भूस्खलन इस दौरान नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी अशोक कुमार वर्मा भी मौके पर पहुंचे. उनके द्वारा बताया गया कि 2019 में जीएसआई की टीम के द्वारा क्षेत्र की संवेदनशीलता को देखते हुए सीमांकन किया गया था. बलियानाला क्षेत्र को 3 जोन में बांटा गया था. इस तरह के खतरे का अंदेशा पहले जताया था. प्रशासन को हरि नगर क्षेत्र जल्द से जल्द खाली करवाने के निर्देश भी दिए थे.
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जीएसआई (Geological Survey of India) ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि क्षेत्र बेहद संवेदनशील हो चला है जो कभी भी धराशाई हो सकता है. जीएसआई टीम के द्वारा किया गए सीमांकन क्षेत्र में जोन एक में आज भूस्खलन हुआ है. अब भूस्खलन जीआईसी स्कूल की सीमा तक पहुंच चुका है जो आने वाले समय के लिए बड़ा खतरा है.
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बता दें बलिया नाला क्षेत्र में 1972 से लगातार भूस्खलन हो रहा है. इसके बावजूद भी सरकार इस क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन को रोकने में असफल रही है. जिससे अब नैनीताल के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है. बलियानाला क्षेत्र नैनीताल की बुनियाद माना जाता है. अगर इसी तरह से क्षेत्र में भूस्खलन होता रहा तो जल्द ही नैनीताल के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगेगा.