हल्द्वानी: उत्तराखंड में बीते दो दिनों से कोरोना का कोई पॉजिटिव मामला सामने नहीं आया है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग फिर भी कोरोना को मात देने के लिए सभी मुकम्मल तैयारी री करने में जुटा हुआ है. यहीं कारण है कि हल्द्वानी के डॉ. सुशील तिवारी राजकीय चिकित्सालय हल्द्वानी को नोवल कोरोना वायरस के लिए स्पेशलिस्ट अस्पताल बना दिया गया है. ऐसे में यहां अन्य बीमारियों से ग्रस्ति मरीजों का इलाज संभव नहीं है. उसके लिए प्रशासन में शहर के छह निजी अस्पतालों का अधिग्रहण किया है.
नैनीताल जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया कि जनस्वास्थ्य की सुरक्षा को देखते हुए हल्द्वानी के बृजलाल हास्पिटल, कृष्णा हास्पिटल, लकण्ठ हास्पिटल, विवेकानन्द हास्पिटल, सांई हास्पिटल और सेंट्रल हॉस्पिटल को अधिकृत कर लिया गया है.
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जिलाधिकारी की ओर से जारी आदेश के मुताबिक समस्त चिकित्सालयों मे चिकित्सक एवं सहवर्ती स्टाफ सुचारू रूप से सामान्य दिवसों में चिकित्सालय संचालन की भांति तैनात रहकर कार्य करेंगेय चिकित्सालय में परीक्षण,उपचार से संबंधित समस्त उपकरण,लैब, एक्सरे, एमआरआई, वेंटिलेटर व अन्य सुविधायें सुचारू रूप से संचालित रखेंगे. चिकित्सालय में रोस्टर के अनुसार दिन व रात्रि में चिकित्सकीय स्टाफ की तैनाती भी की जाएगी.
उन्होने कहा कि चिकित्सालय प्रबन्धन यह सुनिश्चित करेगा कि चिकित्सालय मे उपचार हेतु राजकीय चिकित्सालय से रेफर होकर आने वाले मरीजों के उपचार और भर्ती की प्रक्रिया में कोई व्यवधान ना हो. सभी अधिकृत चिकित्सालयों का मेडिकल स्टोर भी सुचारू रूप से संचालित किये जाएंगे. उपचार एवं उपचार प्रक्रिया में लापरवाही बरतने पर मेडिकल काउन्सिल एक्ट-1956 के प्राविधानों के अन्तर्गत अस्पताल के विरूद्व विधिक कार्रवाही की जायेगी.