नैनीताल:रामगढ़ के झुतिया गांव में 18 अक्टूबर की रात भारी बारिश से आए मलबे में एक मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, जिसमें 9 मजदूरों की दबकर मौत हो गई थी. जिसके बाद से ही शवों को निकालने के लिए रेस्क्यू जारी है. अबतक 7 मजदूरों के शव बाहर निकाला जा चुके है. सभी मजदूर बिहार के रहने वाले थे.
रेस्क्यू टीम ने 7 शवों को मलबे से निकाला, जिसके बाद सभी शवों को पोस्टमार्टम कर एयर लिफ्ट कर पंतनगर भेजा गया. सभी मृतक मूल रूप से पश्चिमी चंपारण बिहार के रहने वाले थे. सभी लोग आपस में रिश्तेदार थे, जो इन दिनों रामगढ़ क्षेत्र में सड़क निर्माण का काम कर रहे थे. जिन 7 मजदूरों को शव निकाला गया है, उनकी पहचान हो गई है.
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एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने संयुक्त अभियान चलाकर 3 दिनों तक कड़ी मशक्कत के बाद 6 शवों को मलबे से बाहर निकाला. जबकि एक मजदूर का शव खाई से बरामद किया गया है. नैनीताल एसडीएम प्रतीक जैन ने बताया कि घटना में मारे गए 7 मजदूरों का शव पोस्टमार्टम कर हेलीकॉप्टर के जरिए पंतनगर भेजा गया है. जहां से शवों को एंबुलेंस द्वारा दिल्ली एयरपोर्ट भेजा जा रहा है. दिल्ली से इन शवों ट्रेन से बिहार भेजा जाएगा.
रामगढ़ के झुतिया गांव में मारे गए मजदूरों की पहचान
- श्रीकांत मांझी, निवासी पश्चिमी चंपारण बिहार
- अजय मुखिया, निवासी पश्चिमी चंपारण बिहार
- धामू, निवासी पश्चिमी चंपारण बिहार
- दौड़ा यादव, निवासी पश्चिमी चंपारण बिहार
- संदीप चौधरी, निवासी पश्चिमी चंपारण बिहार
- शर्मा, निवासी पश्चिमी चंपारण बिहार
नैनीताल जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शैलेंद्र सिंह ने बताया जनपद में अबतक 34 लोगों की मौत हुई है. जबकि 1 लापता है. इसमें ओखलकांडा के थलडी गांव में 6 ग्रामीणों की मौत हुई है. रामगढ़ के सकूना (झुतिया) में 9 मजदूरों की मौत हुई है. झुतिया गांव मे 3 ग्रामीण की मौत हुई है. बोहरकोट में 2 ग्रामीणों की मौत हुई है. दोसा पानी मे 5 मजदूरों की मौत हुई है. क्वारब में 2 मजदूरों की मौत हुई है. चोपड़ा में 1 स्थानीय की मौत हुई है. कैंची में 2 स्थानीयों की मौत हुई है. सिलोड़ी में 1 स्थानीय की मौत हुई है. ताकुला में 1 स्थानीय की मौत हुई है. भीमताल में 1 स्थानीय की मौत हुई है. रामनगर में 1 स्थानीय की मौत हुई है.