रामनगर: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व अन्तर्गत वन क्षेत्र में अवैध धार्मिक संरचनाओं को हटाने की कार्रवाई प्रशासन के द्वारा की जा रही है. इसी क्रम में आज कॉर्बेट पार्क के बिजरानी रेंज, आमडन्डा बीट के फूलताल ब्लॉक संख्या 07 में स्थित थपली बाबा मजार को हटा दिया गया है. प्रशासन ने कहा कि मजार का कोई धारणाधिकारी ना होने के कारण इसे अवैध मानते हुये हटाया गया है. पूर्व में टाइगर रिजर्व द्वारा संबंधित मजार को धारणाधिकारी प्रस्तुत करने के लिए नोटिस दिया गया था. जिसके बाद किसी भी प्रकार की पुष्टि न होने के कारण धार्मिक संरचना को अवैध चिन्हित करते हुए आज हटा दिया गया है.
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में 140 साल पुरानी मजार हुई ध्वस्त, धारणाधिकारी की पुष्टि ना होने पर की कार्रवाई
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व, स्थानीय प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम ने वन भूमियों पर अवैध धार्मिक संरचना के खिलाफ अपनी कार्रवाई जारी रखी हुई है. इसी के चलते बिजरानी रेंज के अंतर्गत बनी थपली बाबा की मजार को ध्वस्त कर दिया गया. जिसके चलते स्थानीय जनता ने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की.
हिंदु-मुस्लिम की आस्था का केंद्र थी मजार: प्रशासन की इस कार्रवाई की भनक लगते ही बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंच गए. लेकिन मौके पर तैनात भारी पुलिस बल ने मजार के पास किसी को भी नहीं जाने दिया. मजार के मुजाविर अशरफ अली ने बताया कि यह मजार 140 वर्ष पुरानी थी. वन विभाग और प्रशासन द्वारा इसके बारे में कोई सूचना नहीं दी गई थी. साथ ही यह मजार हिंदू एवं मुस्लिम लोगों की आस्था का केंद्र मानी जाती थी. इस मजार पर उत्तराखंड के अलावा उत्तर प्रदेश के कई इलाकों से श्रद्धालु दुआ करने के लिए आते थे.
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लोगों ने जताया आक्रोश: प्रशासन की कार्रवाई के खिलाफ लोगों ने आक्रोश जताते हुए जमकर नारेबाजी की. वहीं मौजूद लोगों द्वारा कार्रवाई के दौरान मजार में रखी सामग्री के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए आपत्ति जताते हुए हाईवे पर कुछ देर जाम लगाकर प्रदर्शन भी किया. मौके पर मौजूद एसडीएम गौरव चटवाल एवं कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने कार्रवाई के दौरान की गई वीडियोग्राफी दिखाते हुए लगाए गए आरोपों को निराधार बताया. आज भी इस मजार पर उत्तर प्रदेश के कई लोग दर्शन के लिए पहुंचे थे. लेकिन उन्हें प्रशासनिक कार्रवाई के चलते बैरंग लौटना पड़ा.