रामनगर:जिले के संयुक्त चिकित्सालय को पीपीपी मोड में शामिल करने के बाद आज से निजी कंपनी के 11 स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी. अस्पताल में सरकारी फीस के अनुसार ही लोगों से पैसे लिए जाएंगे. इसके साथ ही मरीजों को सीटी स्कैन, एक्स रे और अल्ट्र साउंड जैसी सुविधाएं भी मुहैया करायी जाएगी.
पीपीपी मोड के 11 स्पेस्लिस्ट डॉक्टर करेंगे इलाज पढ़ें-पर्यटकों के लिए खुशखबरी, नेगेटिव कोरोना रिपोर्ट दिखाओ और घूमो मसूरी-ऋषिकेश
रामनगर चिकित्सालय के सीएमएस डॉ. बीडी जोशी ने बताया कि सीएमओ डॉक्टर भागीरथी ने सभी पीपीपी मोड के डॉक्टरों से साथ बैठक कर ली है. फिलहाल 40 लोगों का स्टाफ रखा गया है और भी मरीजों की संख्या के हिसाब स्टाफ को बढ़ाया जाएगा. वहीं सीएमएस ने कहा कि अस्पताल के पुराने डॉ. प्रशांत कौशिक, डॉ. मणिभूषण पंत, डॉ.आदित्य तिवारी आदि अभी यहीं तैनात रहेंगे.
बता दें कि नए ग्यारह स्पेशलिस्ट डॉक्टरों में दो फिजिशियन, दो सर्जन, एक ऑर्थो सर्जन, एक पैथोलॉजिस्ट, एक आई सर्जन, एक पेडिअट्रिशन, एक गयनेकोलॉजिस्ट ,एक एन्थोलॉजिस्ट, एक रेडिओलॉजिस्ट को तैनात किया जाएगा. इसके साथ ही अस्पताल में सीटी स्कैन, एक्स रे और अलट्रासाउंट जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी.
पीपीपी मोड में जाने के बाद अस्पताल में आईसीयू के साथ मरीजों के लिए 70 बेड की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. चिकित्सालय में सात बेड पर एक नर्स और दस बेड पर एक डॉक्टर्स की तैनाती होगी. पीपीपी मोड के डॉक्टर्स संयुक्त चिकित्सालय की सभी वस्तुओं का उपयोग कर सकेंगे. वहीं सिक्योरिटी गार्ड और सफाई कर्मचारी जैसे अन्य स्टाफ को आवश्यकतानुसार ही रखा जाएगा. इनकी व्यवस्था कुछ दिनों में की जाएगी.