हरिद्वार:उत्तराखंड में ठगी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. ताजा मामला उत्तराखंड सचिवालय (Uttarakhand Secretariat) में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी का सामने आया है. सिडकुल थाना (Haridwar Sidkul Police Station) क्षेत्र के एक युवक को नौकरी लगवाने का झांसा देकर ऋषिकेश के एक व्यक्ति ने लाखों रुपए हड़प लिए. वहीं पीड़ित का आरोप है कि पैसे वापस मांगने पर आरोपी उसे जान से मारने की धमकी दे रहा है. पीड़ित की शिकायत पर सिडकुल पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है.
सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी, आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज
सिडकुल थाना (Haridwar Sidkul Police Station) क्षेत्र के एक युवक को नौकरी लगवाने का झांसा देकर ऋषिकेश के एक व्यक्ति ने लाखों रुपए हड़प लिए. वहीं पीड़ित का आरोप है कि पैसे वापस मांगने पर आरोपी उसे जान से मारने की धमकी दे रहा है. पीड़ित की शिकायत पर सिडकुल पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है.
सिडकुल थाना क्षेत्र में सिडकुल स्थित हरिद्वार ग्रीन्स में रहने वाले अभिषेक शर्मा पुत्र रमेश शर्मा ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि कुछ समय पूर्व उनकी जान पहचान प्रदीप उनियाल पुत्र मायाराम उनियाल निवासी पशुलोक ऋषिकेश से हुई थी. अभिषेक को नौकरी की जरूरत थी. लिहाजा प्रदीप ने उसे देहरादून स्थित सचिवालय में आला अधिकारियों से ठीक-ठाक बात होने का झांसा दिया. साथ ही उसने यह भी कहा कि सचिवालय में इन दिनों भर्तियां निकली हुई हैं तो वह कुछ पैसे खर्च करके सचिवालय में नौकरी (fraud in the name of job) पा सकता है. आरोपी की बातों में आकर नौकरी के लालच में अभिषेक ने उससे नौकरी लगवाने को कह दिया. जिसके एवज में उसने शुरूआत में 160,000 रुपए की मांग की.
पढ़ें-हरिद्वार में मामूली कहासुनी के बाद युवक को घर जाकर पीटा, मुकदमा दर्ज
अभिषेक ने इधर उधर से व्यवस्था करके ये पैसे दे दिये. पैसे देने के 1 साल बाद भी जब नौकरी नहीं लगी, तो अभिषेक ने प्रदीप उनियाल से नौकरी लगाने या फिर पैसे लौटाने का दबाव बनाया. पहले तो वह कुछ दिनों तक बहाने बनाता रहा, लेकिन बाद में उसने पैसा देने से साफ इनकार कर दिया और ना ही नौकरी लगाई. जब उससे ज्यादा दबाव देकर पैसा मांगा तो प्रदीप उनियाल जान से मारने की धमकी देने लगा. थानाध्यक्ष सिडकुल प्रमोद उनियाल ने बताया कि अभिषेक शर्मा की तहरीर के आधार पर आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच कर आरोपी की गिरफ्तारी की जाएगी.