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युवाओं ने गुटखा बिक्री पर बैन के फैसले का किया स्वागत, CM त्रिवेंद्र से शराबबंदी की अपील

युवाओं का कहना है कि मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड में गुटखा-पान मसाले की बिक्री पर बैन करने का फैसला लिया है, जो स्वागत योग्य है. नशा कोई भी हो उसका परिणाम घातक ही होता है और गुटके से कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी होती है. उत्तराखंड एक देवभूमि है, ऐसे में शराब पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध लगना चाहिए.

गुटखा बिक्री पर बैन

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Published : Oct 21, 2019, 6:34 PM IST

Updated : Oct 21, 2019, 7:31 PM IST

हरिद्वारः त्रिवेंद्र सरकार ने प्रदेश में गुटखा-पान मसाले की बिक्री पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है. इस फैसले का युवा वर्ग जमकर स्वागत कर रहा है. उनका कहना है कि सरकार ने इस कदम को उठाकर हजारों लोगों को मौत के मुंह से निकालने का काम किया है. वहीं, उन्होंने देवभूमि में शराब पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की मांग की.

युवाओं ने उत्तराखंड में शराबबंदी की मांग की.

हरिद्वार के युवाओं का कहना है कि मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड में गुटखा-पान मसाले की बिक्री पर बैन करने का फैसला लिया है, नशा कोई भी हो उसका परिणाम घातक ही होता है और गुटके से कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी होती है. इस गंभीर बीमारी की गिरफ्त में आने से जिंदगी बर्बाद हो जाती है. मुख्यमंत्री ने ये फैसला लेकर राज्य के हजारों लोगों की जिंदगी को बचाने का काम किया है.

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वहीं, युवाओं ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से उत्तराखंड में शराब पर भी पूर्णता प्रतिबंध लगाने की मांग की है. युवाओं का कहना है उत्तराखंड एक देवभूमि है. ऐसे में शराब पर प्रतिबंध लगना चाहिए. शराब, चरस, गुटखा, पान, तंबाकू या कोई भी नशा हो वो व्यक्ति की मौत का कारण हो सकता है. नशा करने वाला व्यक्ति केवल खुद प्रभावित नहीं होता, बल्कि उसके साथ उसका पूरा परिवार भी प्रभावित होता है.

Last Updated : Oct 21, 2019, 7:31 PM IST

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