हरिद्वार: एलोपैथी चिकित्सा पद्धति को लेकर बाबा रामदेव में जो सवाल खड़े किए हैं, उसको लेकर कांग्रेस बाबा के खिलाफ आक्रामक होती जा रही है. शुक्रवार को हरिद्वार में युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पतंजलि फेस-1 के गेट के सामने बाबा रामदेव के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया गया.
युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर ने कहा कि एलोपैथिक डॉक्टर दिन-रात कोरोना मरीजों की सेवा में जुटे हुए हैं. मरीजों की सेवा करते हुए कोरोना की जद में आने से कई डॉक्टरों की मौत हो गई है. ऐसे में बाबा रामदेव डॉक्टरों को बदनाम कर रहे हैं, वो ऐसे शब्दों को प्रयोग कर रहे हैं, जिससे देश की जनता आहत हुई है.
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भुल्लर ने कहा कि अपने बयानों को लेकर बाबा रामदेव मांफी मांगें या फिर सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करे. बाबा रामदेव को जेल भेजना चाहिए. कोरोना काल को देखते हुए आज युवा कांग्रेस ने सांकेतिक प्रदर्शन किया है. उन्होंने चेतावनी दी कि यह लड़ाई का अंत नहीं, बल्कि शुरुआत है. अगर उनकी मांगों के अनुरूप कार्रवाई नहीं हुई तो वो बड़ा आंदोलन करेंगे.
वहीं, युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रवि बहादुर ने कहा कि बाबा रामदेव द्वारा जनता को गुमराह करने की साजिश रची गई है. यह साजिश सरकार और बाबा रामदेव ने जनता को मुद्दों से भटकाने के लिए रची है. अगर बाबा रामदेव माफी नहीं मांगते हैं तो बाबा रामदेव का बहिष्कार करने का कार्य किया जाएगा.
क्या है विवाद
बता दें कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो का हवाला देते हुए भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) ने कहा था कि रामदेव ने दावा किया है कि एलोपैथी 'मूर्खतापूर्ण विज्ञान' है और भारत के औषधि महानियंत्रक द्वारा कोविड-19 के इलाज के लिए मंजूर की गई रेमडेसिविर, फेवीफ्लू तथा ऐसी अन्य दवाएं बीमारी का इलाज करने में असफल रही हैं. आईएमए के अनुसार, रामदेव ने कहा कि 'एलोपैथी दवाएं लेने के बाद लाखों की संख्या में मरीजों की मौत हुई है.' भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) ने रामदेव के बयान को 'अज्ञानता भरी' टिप्पणी करार दिया था और मांग की थी कि कथित रूप से लोगों को भ्रमित करने और एलोपैथी दवाओं को 'मूर्खतापूर्ण विज्ञान' बताने के लिए योग गुरु बाबा रामदेव के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, जिसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने रामदेव को पत्र लिखकर उनसे विवादित बयान वापस लेने को कहा था.