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कई मायनों में दुनिया के लिए खास है चंद्रयान-2, IIT के रिसर्चर ने बताए मिशन के फायदे

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Published : Sep 6, 2019, 10:58 PM IST

शुक्रवार देर रात इसरो का चंद्रयान-2 चंद्रमा पर पहुंच जाएगा और इसी के साथ भारत इतिहास के पन्नों में ये क्षण दर्ज करेगा.

स्पेस फिजिक्स रिसर्चर वीरेंद्र यादव.

रुड़की: चंद्रयान-2 को लेकर पूरा देश उत्सुक है. पूरी दुनिया की निगाहें चंद्रयान-2 पर टिकी हुई हैं. शुक्रवार देर रात चंद्रयान-2 चांद की सतह पर लैंड करेगा. चंद्रयान की सफल लैंडिंग के बाद भारत चांद पर सफल पहुंचने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा. हालांकि चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग करने वाला भारत दुनिया का पहला देश होगा. चंद्रयान-2 की सफल लैंडिंग के लिए पूरा देशभर ईश्वर से प्रार्थना भी कर रहा है.

आपको बता दें कि चंद्रयान-1 से भारत ने चंद्रमा पर पानी होने की खोज की थी. वहीं अब चंद्रयान-2 की सफल लैंडिंग के बाद कई नई जानकारियां दुनिया के सामने आएंगी.

चंद्रयान 2 की लैंडिंग पर टिकी दुनिया की निगाहें

वहीं चंद्रयान-2 की लांचिंग को लेकर रुड़की आईआईटी के स्पेस फिजिक्स डिपार्टमेंट के रिसर्चर वीरेंद्र यादव ने बताया कि इतिहास में पहली बार कोई देश चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग करेगा. जिससे उस क्षेत्र के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां मिलेंगी, जो पूरी दुनिया के लिए नई होंगी. उन्होंने बताया कि अमेरिका, रुस और चीन के बाद भारत चांद पर सफल लैंडिंग करने वाला चौथा देश बन जाएगा.

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साथ ही उन्होंने बताया कि चंद्रयान-2 का विक्रम लैंडर चांद की सतह पर उतरेगा. इससे पहले के सभी मिशन में चांद की सतह से 100 किमी की दूरी से जानकारियां ली गई हैं. ऐसे में चंद्रयान-2 से जो भी जानकारियां मिलेंगी वो सटीक होंगी. साथ ही दुनिया स्पेस रिसर्च के क्षेत्र में भारत का लोहा भी मानेगी.

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