उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

लक्सर में महिलाओं ने लगाए राखियों के स्टॉल, लोगों को आ रहे खूब पसंद

laksar Mukhyamantari Sashakt Behna Utsav Yojana महिलाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना की शुरुआत की है. इसी कड़ी में लक्सर में भी महिलाओं ने राखियों के स्टॉल लगाएं. जिन्हें लोगों द्वारा खूब पसंद किया जा रहा है.

Etv Bharat
Etv Bharat

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 26, 2023, 8:40 AM IST

लक्सर:स्वयं सहायता समूह के उत्पादकों की बिक्री के लिए राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री महिलाओं के लिए सशक्त बहना उत्सव योजना आरंभ की है. इसके अंतर्गत विकासखंड कार्यालय लक्सर में महिला समूह द्वारा निर्मित विभिन्न प्रकार की राखियों के स्टॉल लगाए गए हैं. इस अवसर पर सहायक खंड विकास अधिकारी शीशपाल राठौड़ ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सशक्त बहना उत्सव योजना के अंतर्गत प्रदेश के हर ब्लॉक में 24 अगस्त से 30 अगस्त तक महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा बनाई जा रही राखियों के स्टॉल लगाएं जाएंगे.

इन स्टॉलों के माध्यम से समूह के उत्पादकों को बढ़ावा देने के साथ ही उनके लिए अच्छे मार्केट की व्यवस्था की भी संभावना है.लक्सर ब्लॉक में आज 10 महिला समूह के स्टॉल लगाए गए हैं. जिनमें से पांच स्टॉल ब्लॉक मुख्यालय में और पांच महिला समूह द्वारा जिस क्षेत्र में राखी की डिमांड है, वहां गांव- गांव में जाकर स्टॉल लगाए गए हैं. उन्होंने बताया कि समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित राखियों को ब्लॉक कर्मचारियों के अतिरिक्त अन्य नागरिकों द्वारा भी बड़े उत्साह के साथ खरीदा जा रहा है. इस प्रकार के कार्यक्रमों से महिला समूह द्वारा उत्पादित वस्तुओं की बिक्री को लेकर महिलाओं में एक नया उत्साह देखने को मिला है.
पढ़ें-उत्तराखंड की महिला समूहों को 'मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना' का तोहफा, सीएम धामी ने किया शुभारंभ

विकासखण्ड में ग्रामीण क्षेत्र की महिला सशक्तिकरण को लेकर सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं का असर समाज में स्पष्ट रूप से दिखने लगा है. महिलाएं इन योजनाओं का लाभ उठाकर न केवल सामाजिक बल्कि आर्थिक रूप से भी सशक्त बन रही है. लक्सर खंड विकास में महिलाएं मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना के तहत, स्टॉल लगाकर स्वयं सहायता समूह के द्वारा घरों की सजावटी वस्तुएं सहित राखी, मसाले,घी इत्यादि चीजें बनाकर आर्थिक लाभ कमा रही हैं. इस योजना के अंतर्गत तैयार किए जा रहे स्वयं सहायता समूह इस अभियान की रीढ़ बनकर सामने आए हैं. स्वयं सहायता समूह से जुड़कर महिलाएं न सिर्फ अपने पैरों पर खड़ी हुई हैं. बल्कि परिवार को भी आर्थिक रूप से मजबूती देने में अहम योगदान दे रही हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details