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प्रयागराज की तर्ज पर हरिद्वार कुंभ में भी सजेंगी दीवारें, दिखेगी देवसंस्कृति की झलक

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Published : Nov 19, 2019, 11:52 PM IST

भारतीय धर्म का सबसे बड़ा उत्सव कुंभ महापर्व इस बार पहले से कुछ अलग होगा. हरिद्वार कुंभ स्नान के लिए जब श्रद्धालु कुंभ क्षेत्र में प्रवेश करेंगे तो उन्हें धर्मनगरी की दीवारों पर धार्मिक पेंटिंग्स दिखाई देंगी.

प्रयागराज की तर्ज पर हरिद्वार कुंभ में भी सजेंगी दीवारें

हरिद्वार: धर्मनगरी में साल 2021 में कुंभ का आगाज होने वाला है. इस महापर्व में देश-दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं को कुंभ नगरी में इस बार एक अलग ही खूबसूरत छटा देखने को मिलेगी. कुंभ मेला प्रशासन इस महापर्व को ऐतिहासिक के साथ ही दिव्य और भव्य बनाने में जुट गया है. इसके चलते प्रयागराज की तर्ज पर ही कदम फाइन आर्ट के कार्यकर्ता सार्वजनिक स्थानों, भवनों, दीवारों और चौक चौराहे में धर्म और सांस्कृतिक चीजों की पेंटिंग कर रहे हैं. इसके बाद पूरे मेला क्षेत्र में इस तरह की पेंटिंग का कार्य शुरू किया जाएगा.

कुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत ने बताया कि हम कुंभ क्षेत्र में बड़े-बड़े भवनों आश्रमों धर्मशाला चौक-चौराहे जो अभी निर्जीव से दिखते हैं. उन्हें रंगों के जरिए संजीव बनाने के लिए काम कर रहे हैं. रंगों के माध्यम से हम लोगों को अलग तरह का अनुभव देंगे.

प्रयागराज की तर्ज पर हरिद्वार कुंभ में भी सजेंगी दीवारें.

कुंभ क्षेत्र को खूबसूरत बनाने के लिए मेला प्रशासन तैयारी कर रहा है. फिलहाल, सैंपल के तौर पर कुछ भवनों को रंगों से सजाया जा रहा है. इसके लिए प्रयाग कुंभ में अपनी मंत्रमुग्ध करने वाली कला का प्रदर्शन करने वाले फाइन आर्ट के कार्यकर्ता चित्रकारी में जुटे हुए हैं.

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कदम फाइन आर्ट के कार्यकर्ताओं का कहना है कि फिलहाल उन्होंने कुछ भवनों पर पेंटिंग का काम शुरू किया है. भवनों पर साधु-संतों, मंदिरों के साथ घाटों को बहुत ही खूबसूरती से साथ चित्रित किया गया है. शहर की निर्जीव बदसूरत दीवारों को रंगों के माध्यम से खूबसूरत बना रहे हैं. पेंटिंग बनाने में वो एकीर्लिक रंगों का इस्तेमाल कर रहे हैं.

कुंभ को पेंटिंग के माध्यम से भव्य और सुंदर बनाने के लिए मेला प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली है. इन खूबसूरत पेंटिंग में भारतीय और उत्तराखंड की संस्कृति के साथ साथ भव्य कुंभ को भी दर्शाया जाएगा. साथ ही हरिद्वार की वो तमाम निर्जीव दीवारें भी खिल उठेगी जो बिल्कुल ही जर्जर अवस्था में है.

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