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यहां मजाक बनकर रह गई स्वजल योजना, 2002 से पानी के लिए तरस रहे ग्रामीण

लक्सर के नहंदपुर गांव में स्वजल योजना के तहत साल 2002 में बनाई गई पानी की टंकी से आज तक ग्रामीणों को पानी नहीं मिल पाया है. मामले को लेकर ग्रामीण कई बार अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अभी तक किसी ने उनकी सुध नहीं ली है.

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साल 2002 से पानी के लिए तरस रहे यहां ग्रामीण.

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Published : Nov 28, 2019, 7:35 AM IST

लक्सर: नगर के नहंदपुर गांव में साल 2002 में ग्रामीणों को स्वच्छ जल मुहैया कराने के लिए बनाया गया ओवरहेड टैंक शोपीस बन कर रह गया है. इस ओवरहेड टैंक से आज तक ग्रामीणों को स्वच्छ जल नहीं मिल पाया है. जिसके चलते सालों से स्वच्छ पानी की उम्मीद लगाये ग्रामीण मायूस ही रह गये हैं.

बता दें कि नहंदपुर गांव के ग्रामीण इस ओवरहेड को लेकर उप जिलाधिकारी पूरण सिंह राणा और जिलाधिकारी से कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अभी तक मामले की किसी ने सुध नहीं ली है.

मजाक बनकर रह गई स्वजल योजना.

ग्रामीणों ने बताया कि साल 2002 में स्वजल योजना के तहत टंकी का निर्माण किया गया था. लेकिन 17 साल बीतने के बाद भी उन्हें पानी नहीं मिल पाया है. वहीं अब इस टैंक की हालत भी जर्जर हो चुकी है.

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वहीं उप जिलाधिकारी पूरण सिंह राणा ने बताया कि मीडिया के माध्यम से ही मामला उनके संज्ञान में आया है. जल्द ही मामले की जांच कराई जाएगी. साथ ही बताया कि जल्द ही ग्रामीणों को स्वच्छ पानी उपलब्ध कराया जाएगा.

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