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रुड़की: युवक की मौत पर ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, सात घंटे तक सड़क रहा जाम

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Published : Jun 19, 2022, 8:27 PM IST

रुड़की में पेट्रोल पंप कर्मचारी की मौत के मामले में ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया. ग्रामीणों ने रोड जाम करते हुए मामले में कार्रवाई करने की मांग की. करीब बाद करीब सात घंटे बाद जाम को खोला गया.

Petrol pump worker died in Roorkee
रुड़की में पेट्रोल पंप कर्मचारी की मौत मामले में हंगामा

रुड़की: इब्राहीमपुर मसाई में तीन दिन पहले पेट्रोल पंप कर्मचारी आयुष सैनी की मौत के मामले में ग्रामीणों का खनन माफियाओं के खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा है. सैकड़ों ग्रामीणों ने सिकरोढ़ा-कलियर मार्ग को जाम कर दिया. इस दौरान ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि खनन के वाहन की टक्कर से हादसा हुआ है. जिसके बाद खनन माफिया ने उसे उठाकर खेत में फेंका है. ग्रामीणों ने कलियर पुलिस पर लापरवाई के आरोप लगाते हुए पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.

बता दें भगवानपुर थाना क्षेत्र के इब्राहिमपुर मसाई गांव निवासी आयुष 18 वर्ष कलियर थाना क्षेत्र के हद्दीपुर गांव स्थित पेट्रोल पंप पर कर्मचारी था. बीती 16 जून की रात करीब 11 बजे वह पेट्रोल पंप से वापस आ रहा था, तभी सत्संग भवन के पास संदिग्ध परिस्थितियों में उसकी मौत हो गई.

रुड़की में पेट्रोल पंप कर्मचारी की मौत मामले में हंगामा

परिजनों ने मौके से कुछ ही दूरी पर सीसीटीवी कैमरों की जांच की तो खनन से लदा एक वाहन जाता हुआ दिखाई दिया. जिस पर खून के निशान लगे हुए थे. इसकी शिकायत परिजनों ने कलियर पुलिस से की. परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की. इसी बात से आक्रोशित हुए ग्रामीणों ने रविवार को गांव के पास कलियर-सिकरोढ़ा मार्ग पर जाम लगाया.

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इस दौरान ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि खनन वाहन की टक्कर से ही युवक की मौत हुई है. वहीं, आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. ग्रामीणों का कहना है कि रात भर खनन के वाहन संपर्क मार्गों पर दौड़ रहे हैं, लेकिन इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही.

जाम की सूचना मिलते ही भगवानपुर और कलियर पुलिस के अलावा भगवानपुर तहसीलदार गिरीश चंद त्रिपाठी मौके पर पहुंचे. प्रशासन ने ग्रामीणों को समझाने का काफी प्रयास किया. तब जाकर कहीं जाकर ग्रामीण शांत हुए. इस दौरान तहसीलदार ने मृतक के आश्रितों को पांच लाख रुपये मुआवजा दिलाए जाने और आरोपी की जल्द ही गिरफ्तारी का आश्वासन दिया. जिसके बाद करीब सात घंटे बाद जाम को खोला गया. जिसके बाद पुलिस और प्रशासन ने राहत की सांस ली.

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