हरिद्वारःविश्व हिंदू परिषद अयोध्या में श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को भव्य रूप से मनाने की तैयारियों में जुट गया है. रविवार को अयोध्या में पीले अक्षत का पूजन किया गया और आम जनता को प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए निमंत्रण देने के लिए अक्षत कलश को सभी राज्यों में भेजा गया. इसी के तहत उत्तराखंड पहुंचे अक्षत कलश का विहिप पदाधिकारियों और संतों ने हरकी पैड़ी पर पूजन किया. अब सभी जिलों में घर-घर अक्षत वितरित कर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आने का निमंत्रण दिया जाएगा.
श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या से लाए गए अक्षत का पूजन विहिप के उत्तराखंड प्रांत संगठन मंत्री अजय कुमार ने बताया कि श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में पीले अक्षत (चावल) का पूजन किया गया. साथ ही देश के सभी प्रांतों से आए प्रतिनिधियों के साथ उत्तराखंड राज्य को भी पूजित अक्षत कलश प्रदान किया गया. संयुक्त रूप से अयोध्या में पूजित अक्षत कलश का विधिवत पूजन किया गया. पूजन के बाद अक्षत कलश प्रदेश के सभी जिलों में जाएंगे. जिलों के सभी प्रखंडों में भी अक्षत कलश का पूजन किया जाएगा. इसके बाद पीले अक्षत हर हिंदू परिवार और घर-घर भेजकर प्राणप्रतिष्ठा आयोजन में आमंत्रित किया जाएगा.
हरिद्वार पहुंची अक्षत कलश ये भी पढ़ेंः अयोध्या में 25 हजार श्रद्धालुओं के लिए बनेगी टेंट सिटी, नवरात्रि की पंचमी तिथि पर हुआ भूमि पूजन प्रांत संगठन मंत्री अजय कुमार ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में श्री रामलला के भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा आगामी 22 जनवरी 2024 को होगी. सदियों की कठिन तपस्या के बाद यह शुभ अवसर आया है. उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम भारत के राष्ट्रपुरुष और माता जानकी भारत की हर माता, बेटी की आदर्श हैं. संपूर्ण हिंदू समाज की सभी विचार गंगाओं में श्रीराम समाहित हैं. सनातन संस्कृति ही श्रीराम में व्याप्त है. जनमानस की परंपराओं में आस्था में श्रीराम के आदर्श चरित्र का निरंतर गुणगान हैं.
अक्षत कलश का हरिद्वार में पूजन 22 जनवरी 2024 को होगी प्राण प्रतिष्ठाःवहीं, प्रांत मंत्री विपिन चंद्र पांडेय ने बताया कि 22 जनवरी को प्रभु श्रीराम के बाल रूप नूतन विग्रह को श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे नवीन मंदिर भूतल के गर्भगृह में विराजित कर प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. इस अवसर पर देशभर में अभूतपूर्व आनंद का वातावरण होगा. सभी हिंदू जनमानस प्राण प्रतिष्ठा के दिन अपने ग्राम, मोहल्ले, कॉलोनी में स्थित मंदिर में आस पड़ोस के रामभक्तों को एकत्रित कर, भजन कीर्तन कर, टेलीविजन या एलईडी स्क्रीन के जरिए अयोध्या में हो रहे प्राण प्रतिष्ठा समारोह को देखेंगे.